कोरोना वायरस की वजह से जारी लॉकडाउन के बीच लोगों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान हो रहा है. सिर्फ जरूरी चीजों की दुकानें को ही खोलने की अनुमति मिली है. रोजाना जरूरत की दुकानों में सबसे अहम सब्जी की दुकान है, क्योंकि लोग सब्जी रोज खरीदते हैं. यही वजह है कि आर्थिक तंगी से उभरने के लिए आम लोग भी अब सब्जी बेचने के लिए बाजार में उतर गए हैं. जिससे सब्जी व्यापारी नाखुश है और प्रशासन को अपनी पीड़ा सुना रहे हैं.

सुप्रिया पांडे,रायपुर। राजधानी रायपुर के भाठागांव स्थित नया बस स्टैंड में करीब 200 की संख्या में थोक और फुटकर सब्जी व्यापारी इकठ्ठा हो गए है. व्यापारी प्रशासन से शास्त्री बाजार में ही सब्जी की दुकानों को खोलने की मांग कर रहे हैं.

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शास्त्री मार्केट की व्यापारी नगीना शेख ने बताया कि शास्त्री मार्केट में लॉकडाउन की वजह से सब्जी बाजारों को बंद किया गया है. करीब 2 महीनों से हम खाली बैठे है. हमें रावनभाटा मैदान में भी सब्जी बेचने की अनुमति नहीं है. हम लोगों को भी सब्जी बेचने की अनुमति देनी चाहिए. अगर हमारी कमाई 50 रूपए भी होती है, तो सामान घर तक पहुंचाने के लिए 50 रूपए का भाड़ा रिक्शावाला ले जाता है. सबसे बड़ी समस्या यह हो रही कि यहां नए चेहरे देखने मिल रहे है. जिसको तराजू पकड़ना नहीं आता वह भी सब्जी बेच रहा है. ऐसे में हम कहां जाएंगे, हमारी छोटे-छोटे बच्चे क्या खाएंगे. कोरोना वायरस से पहले हमें भुखमरी लेकर जाएगा.

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एक अन्य व्यापारी का कहना है कि कहीं जगह नहीं मिल रही है और ना ही परमिशन मिल रही है. प्रशासन से सिर्फ एक ही मांग है कि शास्त्री बाजार में जितने चबूतरे के टैक्स पटाते हैं उन्हीं लोगों को व्यवसाय करने का मौका दिया जाए. हम सोशल डिस्टनसिंग का पूरा ध्यान रखते हुए नियम का पालन कर व्यवसाय करेंगे. किसी को कोई और शिकायत नहीं आने देंगे.