शुक्र का गोचर काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. शुक्र ग्रह का संबंध प्रेम, विवाह, सौन्दर्य और सुख-समृद्धि से माना जाता है. शुक्र की अच्छी स्थिति जीवन की तकलीफें कम कर सकती है. वर्तमान में शुक्र अपनी वृषभ राशि में बैठे हुए हैं, जो कुछ दिनों में बुध की राशि में एंटर करने वाले हैं. शुक्र 12 जून के दिन मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. 6 जुलाई तक शुक्र इसी राशि में रहेंगे. शुक्र और गुरु दोनों ग्रह सुखों के कारक हैं. कुंडली में शुक्र मजबूत होने पर जातक को सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है. जातक अपने जीवन में हमेशा शीर्ष पर रहता है. वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र देव हैं. वहीं, राशि चक्र की अंतिम राशि मीन में शुक्र उच्च के होते हैं. इसके लिए मीन राशि के जातकों को जीवन में कभी सुखों का अभाव नहीं होता है. शुक्र के राशि परिवर्तन से 2 राशि के जातकों को आने वाले समय में सच्चा प्यार मिल सकता है.

शुक्र देव 12 जून को संध्याकाल 06 बजकर 37 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करेंगे. इस दौरान 18 जून को आर्द्रा और 28 जून को पुनर्वसु नक्षत्र में गोचर करेंगे. इस राशि में शुक्र देव 24 दिनों तक रहेंगे. इसके बाद 07 जुलाई को मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर करेंगे. Read More – Juhi Chawla ने दिया Shahrukh khan का हेल्थ अपडेट, कहा – IPL के फाइनल मैच जरूर आएंगे वो …

धनु राशि

शुक्र के मिथुन राशि में गोचर के दौरान धनु राशि के जातकों को विशेष लाभ प्राप्त होगा. इस राशि के जातकों को पार्टनर से सच्चा प्यार मिलेगा. अगर प्रेम प्रसंग में कोई खटपट हो गई है, तो आने वाले समय में रिश्ता मधुर हो सकता है. दोनों विवाह के लिए सहमत हो सकते हैं. साथ ही रिश्ते को नया आयाम दे सकते हैं. माता-पिता की सहमति मिल सकती है. प्रेम प्रसंग के लिए समय बेहद अनुकूल है. Read More – शादी करने जा रहे Abdu Rozik, वीडियो शेयर कर फैंस को दी खुशखबरी …

कुंभ राशि

इस राशि के स्वामी शनिदेव हैं और आराध्य देवों के देव महादेव हैं. शुक्र देव के राशि परिवर्तन से कुंभ राशि के जातकों को भी प्रेम प्रसंग में सफलता मिलेगी. ऐसे जातक जिनका ब्रेक अप हो गया है, उनको बिछड़ा प्यार मिल सकता है. पार्टनर से मिलने के बाद दोनों डेट पर जाने का प्लान बना सकते हैं. साथ ही कुंभ राशि के जातक अपने पार्टनर को कोई उपहार दे सकते हैं.