रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रचार के लिए पहुँचे मोदी ने जातीय कार्ड खेल दिया है. यहीं नहीं उन्होंने अपने भाषण में भावनात्मक रूप से साहू समाज को अपने पक्ष में जोड़ने के लिए राहुल गांधी के चोर वाले बयान को भी भूना लिया है. मोदी ने कोरबा में भाषण के दौरान कहा कि उन्होंने(राहुल) एक आरोप लगाया सारे मोदी चोर क्यों है ? अब आप ये बताइए यहां जो साहू समाज है अगर वो गुजरात में होते उनको मोदी कहते. तो क्या सबके सब चोर हैं क्या ? क्या इनकों ये शोभा देता है क्या? ये भाषा बोली जाती है क्या ? ऐसी भाषा बोलने वाले को उखाड़ फेंकना है.

मोदी अपने इस भाषण के जरिए एक तीर से दो निशाना साध लिया है. एक तो उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी को साहू समाज के खिलाफ खड़ा कर दिया है तो दूसरे खुद को साहू समाज के पक्ष में खड़ा कर लिया है. आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ में साहू समाज सबसे संगठित और मजबूत समाज है. साहू समाज का वोट बैंक सभी 11 सीटों पर निर्णायक स्थिति में रहती है. ऐसे में इस भाषण के जरिए नरेन्द्र मोदी ने एक महौल भाजपा के पक्ष में बनाने की कोशिश की है. वैसे यह भी आपको बता दे कि 2014 के चुनाव में साहू समाज की नाराजगी की वजह से दुर्ग सीट भाजपा हार गई थी.
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अब आपको बताते हैं कि राहुल गांधी के जिस बयान का जिक्र पीएम मोदी निशाना साधा है वो बयान राहुल ने कब और कहां दिया था.
कर्नाटक (Karnataka) के कोलार, चित्रदुर्ग और केआर नगर में 13 अप्रैल अप्रैल को कांग्रेस और इसके सहयोगी दल जेडीएस के प्रत्याशियों के प्रचार के लिए आयोजित चुनावी सभाओं में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा था कि लोकसभा चुनाव अनिल अंबानी और आम जनता के बीच तथा चोरों और ईमानदार लोगों के बीच लड़ाई है.
कांग्रेस अध्यक्ष (Rahul Gandhi) ने कहा था ‘सारे चोरों के उपनाम मोदी क्यों हैं.’ उन्होंने कहा कि वे चौकीदार की तरह नहीं बनना चाहेंगे, बल्कि जनता की आवाज बनेंगे. राफेल विमान सौदे का मुद्दा उठाते हुए कोलार में रैली के दौरान उन्होंने कहा था ‘चौकीदार 100 फीसदी चोर है.’ प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) ने 30 हजार करोड़ रुपये चुराए और उसे अपने ‘चोर दोस्त’ अनिल अंबानी को दे दिया.