रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र की अवधि कम होने को लेकर विपक्ष के निशाने पर रहने वाली भाजपा सरकार अपनी पार्टी के नेता के निशाने पर आ गए हैं. राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा कि सत्र छोटा होना स्वस्थ्य संसदीय परंपरा के लिए सही नहीं है. मैं व्यक्तिगत तौर पर इसे गलत मानता हूँ. मुझे लगता एक अच्छे लोकतंत्र और स्वस्थ्य संसदीय परंपरा के लिए विधानसभा सत्र की अवधि इतनी छोटी नहीं होनी चाहिए.
लल्लूराम डॉट कॉम के लाइव डिबेट में बोलते हुए भाजपा नेता चंद्रशेखर साहू ने कहा कि मैं लल्लूराम डॉट कॉम को तो सबसे बधाई देता हूँ कि उन्होंने लोकतंत्र के लिहाज सबसे प्रमुख विषय को उठाया और मैं इस विषय पर खुलकर बोल पा रहा हूँ. जितना मैं संसदीय परंपरा को समझता हूँ ,मुझे लगता कि सत्र की अवधि बहुत छोटी नहीं होनी चाहिए.
आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के इतिहास में बीते सत्रह साल में 2017 का मानसून सत्र अब तक सबसे छोटी अवधि का सत्र रहा. मानसून सत्र को सरकार ने ढाई दिन में ही समाप्त कर दिया था. इसे लेकर कांग्रेस लगातार सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते रही है. यहां तक कांग्रेस विधायकों ने दिल्ली में जाकर भी प्रदर्शन किया था. कांग्रेस ने राष्ट्रपति से शिकायत की थी कि सरकार लोकतंत्र को खत्म कर रही है.