नई दिल्ली। गांव को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों पर मेघालय के कोंगथोंग गांव के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए विशेष धुन बनाई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मान के लिए गांव के लोगों को आभार व्यक्त किया है.

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा के एक ट्वीट के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस विनम्र भाव-प्रदर्शन के लिए कोंगथोंग के लोगों का आभारी हूं. भारत सरकार मेघालय की पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. और हां, राज्य के हाल ही में आयोजित चेरी ब्लॉसम महोत्सव की शानदार तस्वीरें भी देखी हैं. सुंदर हैं.

उत्तर-पूर्व के मेघालय की घुमावदार पहाड़ियों के रसताल में बसे कोंगथोंग की अलग की कहानी है. यहां के लोग लोग एक-दूसरे को संगीत के माध्यम से बुलाते हैं. दरअसल, जन्म लेने के बाद बच्चों की माएं उनके लिए एक खास धुन बनाती है, जिसके बाद पूरी जिंदगी बच्चों को उसी धुन से पुकारा जाता है.

ऐसा नहीं है कि लोगों के वास्तविक नाम नहीं होते, उनके वास्तविक नाम भी होते हैं, लेकिन कुछ ही परिस्थितियों में उन्हें उनके वास्तविक नाम से पुकारा जाता है.

गांव में रहने वाले लोग मुख्यत: खासी समुदाय से हैं, जो एक-दूसरे को इन्हीं छोटी सी धुन से संबोधित करते हैं. जंगल में रहते हुए एक दूसरे से बातचीत करने के लिए ग्रामीण एक-दूसरे को उसके संगीतमय नाम से बुलाते हैं, जो कि आस-पास फैली हुई प्रकृति की आवाज़ से प्रेरित होते हैं, यह आवाज लगभग 30 सेकंड तक गूंजती रहती है.