डौंडी। बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे डौंडी विकासखण्ड के जंगलों से घिरे गांव हिड़कापार के लोगों की आखिरकार सालों पुरानी मांग दूर होगी. गांव के लोगों को राशन के लिए 12 किमी का सफर नहीं करना पड़ेगा, और न ही बच्चों को शिक्षा के लिए 15 किमी की दूरी तर करनी होगी. कलेक्टर ने गांव पहुंचकर लोगों की समस्या दूर की.

लल्लूराम डॉट कॉम में प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर जनमजेय मोहबे जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर मुख्य सड़क से 5 किलोमीटर उबड़-खाबड़ पथरीले मार्ग से होकर हिड़कापार गांव पहुंचे. लोगों के साथ बातचीत की और उनकी समस्याओं से रू-ब-रू हुए. आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल भवन का निरीक्षण किया और प्राथमिक शाला के बच्चों को भी पढ़ाया.

कलेक्टर ने बताया कि यहाँ के बच्चों को पढ़ाई के लिए उबड़-खाबड़ मार्ग से गुजरना पड़ता है, अब उनकी यह समस्या दूर हो जाएगी. वन विभाग के मदद से सड़क का निर्माण कराया जाएगा. यह नहीं राशन लेने 12 किलोमीटर का सफर भी तय नहीं करना होगा, माह में एक बार उनके गांव में ही राशन लाकर वितरण किया जाएगा. इसके अलावा जर्जर स्कूल भवन का मरम्मत करवाया जाएगा, स्वास्थ्य सुविधा के लिए मेडिकल मोबाइल गाड़ी भेजी जाएगी.

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इस दौरान कलेक्टर ने गांव में 12 लोग, जो कोरोना का दूसरा टीका नही लगवा पाए है, उनके लिए केम्प लगवा कर टीका लगवाने के निर्देश भी दिए. इस मौके पर कलेक्टर जनमजेय मोहबे के साथ के साथ जनपद के सीईओ अविनाश ठाकुर, एसडीएम प्रेमलता चंदेल, आरईइस के इंजीनियर लोकेश वर्मा, वन विभाग के कर्मचारी और सभी विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.