रायपुर. छत्तीसगढ़ की महासमुंद लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली आठ विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें- रायपल्ली, महासमुंद, कुरुद, बसना, राजिम, धममरी, खल्लारी और बिंद्रा नवागढ शामिल है। यह सीटें तीन जिलों महासमुंद, धमतरी और गरियाबन्द जिलों में फैली हैं।

इनमें पांच पर कांग्रेस का एवं तीन पर भाजपा का कब्जा है। 2014 में महासमुंद से दोबारा चुनाव जीतने वाले भाजपा सांसद चंदू लाल साहू ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजीत जोगी को महज 1217 वोटों के बेहद कम अंतर से हराया था। लगातार दो बार से इस सीट पर काबिज भाजपा के लिए राज्य में बदली हुई राजनीतिक परिस्थिति के बाद यहां जीत की हैट्रिक लगा पाना बड़ी चुनौती होगी।

कांग्रेस के दिग्गज नेता विद्या चरण शुक्ल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत महासमुंद से ही की थी। विद्याचरण शुक्ल ने इस सीट पर सर्वाधिक छह बार विजय हासिल की।

उन्होंने पहली बार 1957 में इसी सीट से चुनाव जीतकर संसदीय जीवन की शुरुआत की थी। 2004 में जब उन्होंने भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी, तो वो फिर महासमुंद लौट आए, लेकिन कांग्रेस के अजीत जोगी से हार गए।

इस सीट पर सर्वाधिक तीन बार भाजपा के टिकट पर हारने का रिकॉर्ड चन्द्रशेखर साहू के नाम है। विद्याचरण शुक्ल के भाई एवं अविभाजित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे श्यामाचरण शुक्ल तथा पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने भी एक-एक बार इस सीट से जीत दर्ज की।

साल 2000 में मध्य प्रदेश के विभाजन के बाद बने छत्तीसगढ़ के अंतर्गत आने के बाद यहां से तीन लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। 2009 और 2014 के चुनावों को छोड़ दें तो इससे पहले कांग्रेस के अलावा कभी किसी पार्टी को लगातार दो बार जीत नहीं मिली है. भाजपा के चंदूलाल ने 2009 और 2014 में लगातार जीत हासिल कर यह चमत्कार कर दिखाया।

वर्तमान सांसद : चंदू लाल साहू (BJP)

प्रतिद्वद्वी और पार्टी : अजीत जोगी (Congress)

2014 में भाजपा को मिले वोट :  503514

2014 में कांग्रेस को मिले वोट :  502297

2014 चुनाव में जीत का अंतर :  1217

पुरुष वोटर्स की संख्या : 757,276

महिला वोटर्स की संख्या : 758,471

कुल मतदाता  : 1,515,747