स्पोर्ट्स डेस्क. दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली को सूर्यकुमार यादव के साथ बल्लेबाजी करते समय सहायक भूमिका निभाने में कोई परेशानी नहीं है, क्योंकि टीम का उनका युवा साथी बल्लेबाज जोखिम उठा कर खेलने के लिए तैयार है. खास बात ये है कि खुद सूर्यकुमार ने कोहली को अपने तरीके से खेलने का सुझाव दिया और यह तरीका अतीत में टीम के लिए फायदेमंद रहा है. कोहली ने सूर्यकुमार को ‘बैलेस्टिक (एक प्रकार का मिसाइल)’ करार देते हुए कहा कि सूर्यकुमार के साथ बल्लेबाजी करना शानदार रहा है.

पूर्व कप्तान ने कहा कि उसके कौशल और क्षमता के कारण साथ में बल्लेबाजी करने में बहुत मजा आता है. वह सिर्फ यह पूछता है कि गेंद विकेट से कैसे आ रही है और फिर, 2-3 गेंदों के भीतर परिस्थितियों को समझ कर उसके मुताबिक खेलता है.

जोखिम उठाने को सूर्यकुमार तैयार

कोहली ने कहा कि मैं बस क्रीज पर एक छोर पे खड़ा रहूं. ऐसे में जब मैं उसके साथ बल्लेबाजी करता हूं तो मैं अलग तरह की भूमिका निभाता हूं. मैं इस भूमिका का लुत्फ उठाता हूं क्योंकि ये टीम के लिए फायदेमंद रहता है. कोहली और सूर्यकुमार ने पिछले महीने हैदराबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के तीसरे और आखिरी टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में 10.2 ओवर में 104 रन की साझेदारी की थी, जिससे भारतीय टीम ने 187 रन के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया था.

बड़े टूर्नामेंट जीतने को लेकर होती है चर्चा

भारतीय टीम ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का कोई खिताब पिछले 9 वर्षों से नहीं जीता है. कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद टीम रोहित शर्मा की अगुवाई में पहली बार T20 विश्व कप (T20 World Cup) में उतर रही है. टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ मैच पूर्व संध्या पर रोहित के साथ तालमेल के बारे में कोहली ने कहा कि हमारी चर्चा हमेशा इस बात पर होती है कि हम बड़े टूर्नामेंट कैसे जीतें और हम उसी के मुताबिक योजना बनाते हैं, तैयारी करते हैं. जब से मैं टीम में वापस आया हूं, माहौल बहुत अच्छा है.

माहौल अच्छा होने पर आप कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं

कोहली ने वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे दौरे से ब्रेक लिया था. 6 सप्ताह तक खेल से दूर रहने के बाद उन्होंने वापसी का जश्न एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ शतक लगाकर मनाया. कोहली ने लगभग 3 साल बाद ये शतक जड़ा था. उन्होंने कहा कि जब टीम के अंदर अच्छा माहौल होता है तो आप कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं. इसलिए हमारी समझ और खेल के प्रति नजरिया हमेशा एक जैसा रहा है. हम हमेशा खामियों को दूर करने की दिशा में काम करते हैं, चाहे वे कितनी भी छोटी हों. हम ऐसे पहलुओं को मजबूत करते हैं और आगे बढ़ते हैं.

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