धीरज दुबे,कोरबा. पुलिस परिवार के आंदोलन को लेकर पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर ने एक बड़ा बयान दिया है. कंवर ने इस आंदोलन को जायज बताया है. उन्होंने कहा है कि किसी भी आंदोलन का दुष्प्रभाव सरकार पर पड़ता है. शिक्षा कर्मियों की मांग मानी, निजी बस मालिकों की मांग पर  विचार किया गया.

अब सरकार को पुलिस कर्मियों की मांगों पर भी विचार करना चाहिए, ननकी ने कहा मैंने गृहमंत्री रहते पुलिस कर्मियों की समस्या के संबंध में प्रस्ताव भेजा था, मगर उस पर विचार नहीं हो पाया. ननकीराम ने पत्थलगड़ी मामले को लेकर भी कहा है कि पत्थलगड़ी में कोई आदिवासी समाज शामिल नहीं है. एक देश में दो कानून पूरी तरह गलत है.

बता दें कि सरकार के शिक्षाकर्मियों के संविलियन के फैसले के बाद से ही पुलिस कर्मी भी सोशल मीडिया में उग्र हो गए थे और अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 25 जून को आंदोलन का भी ऐलान किया था. हालांकि आंदोलन के पहले ही प्रदेश के गृह मंत्री रामसेवक पैकरा ने साफ कहा था. यदि पुलिस कर्मी इस प्रकार का कोई भी आंदोलन करते हैं तो उन्हें परिणाम भुगतने पड़ेंगे. इतना ही नहीं पैकरा ने कहा था कि  जो सुविधाएं अभी पुलिस कर्मियों को दी जा रही है वो पर्याप्त हैं.

इसके बावजूद भी पुलिस के परिजन राजधानी समेत प्रदेश के अलग-अलग स्थानों में प्रदर्शन करने पहुंचे थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था. आपको बता दें कि पुलिस कर्मियों के आंदोलन को कांग्रेस और जोगी कांग्रेस ने भी सर्मथन किया था. ऐसे में पूर्व गृह मंत्री के इस बयान से निश्चित ही सरकार के सामने नई चुनौतियां खडी कर दी है. अब देखने वाली बात ये होगी कि ननकीराम के इस बयान पर सरकार का रुख क्या होता है..

देखें वीडियो :–[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=gIxVrib8NoI[/embedyt]