सुकमा/बीजापुर. लगातार हो रही बारिश के चलते दक्षिण बस्तर के बीजापुर, दंतेवाड़, सुकमा जिलों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. इस बारिश के चलते कई नदियां उफान पर हैं जिसके चलते बड़े इलाके में यातायात प्रभावित है. बीजापुर से बोरजे जाने वाली सड़क के पुल के ऊपर 10 फ़ीट पानी चढ़ जाने से आसपास के इलाके में खतरे की आशंका है.

कौन सी सड़कें हैं ज्यादा प्रभावित:-

  1. छत्तीसगढ़ से महारष्ट्र को जोड़ने वाली दक्षिण बस्तर की एकमात्र सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया है, बीजापुर जिले के भोपालपटनम से 2 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र सीमावर्ती गांव तिमेड में बन रहे 200 करोड की लागत और 660 मीटर लंबी पुल के निर्माण का कार्य पूर्ण नही होने की वजह से दोनों राज्यों के सैकड़ों यात्री परेशान हैं, वहीं महाराष्ट्र से होने वाले व्यापार और महाराष्ट्र के सीमावर्ती गांव के लोगों को इलाज के लिए ख़ासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
  2. छत्तीसगढ़ तेलंगाना मार्ग पर रामपुरम में चिन्तवागु नदी में बाढ़ आने से सड़क मार्ग से दोनों राज्यों का संपर्क टूट गया है, रामपुरम में की-स्टोन कंपनी द्वारा पुल का निर्माण कार्य धीमी गति से करने की वजह से हजारों लोगों को आवाजाही के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है।
  3. बीजापुर जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर धनोरा,बोरजे में बारिश का पानी सड़क पर बने पुल से ऊपर से बहने से इलाके में यातायात प्रभावित.
  4. वनमंत्री महेश गागड़ा के गृहग्राम से 3 किलोमीटर दूर भैरमगढ़-बिरियभूमि सड़क पर रपटे में पानी भर जाने से इलाके के हजारों लोग रोजमर्रा की चीजों के लिए आ नहीं पा रहे हैं .

इधर सुकमा जिले में कुछ इसी तरह के हालात है. लगातार बारिश से शबरी नदी उफान पर है मलकानगिरी व सुकमा के बीच झापरा पुलिया के ऊपर से बह रहा है. इसके चलते कई गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. जिले में लगातार जारी बारिश से जनजीवन पर असर पड़ा है. खेतों में लबालब पानी भर गया है. लगातार हो रही बारिश से जिले में बहने वाली सभी छोटे-मोटे नाले उफान पर आ गये हैं. जिसके चलते शबरी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. इधर तोंगपाल, गुम्मा व कोन्टा इलाकें में भी कई गांवों संपर्क टूट गया है.

जेलबाड़ी के पास बहा पुल का एक हिस्सा

जिला मुख्यालय के जेलवाड़ी के पास स्थित वार्ड क्रमांक एक में भारी बारिश की वजह से पु​ल का एक हिस्सा बह गया है. वार्डवासियों ने बताया कि नाले का जल स्तर धीरे—धीरे बढ़ रहा है. एहतियातज तौर पर पुल से आने—जाने वालों पर रोक लगा दी गई है.

खेत-खलिहान जलमग्न

जिले में पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश से अधिकांश खेत पानी से लबालब है. खेतों के उपर से पानी की धार चल रही है. जिसमें फसलों को नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है. पानी की पर्याप्त निकासी नहीं होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है.

रेल पटरी  पर भी पानी

बस्तर और ओडिशा में हो रही बारिश के चलते रेलवे ट्रैक पर भी जलभराव हो गया है. इसके चलते कई ट्रेन प्रभावित हैं, रायगढ़ के पास हीराकुंड एक्सप्रेस पटरी डूबने के कारण फंस गई.  मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के अतिसक्रिय हो जाने से भारी बारिश की स्थिति बनी हुई है, जिसके प्रभाव से पश्चिमी ओडिशा में और 48 घंटा भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने तटीय ओडिशा में भारी बारिश की संभावना व्यक्त करते हुए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है।उधर, कालाहांडी जिले में हाती नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है। जिसके कारण बाढ़ का पानी निचले इलाकों में प्रवेश कर रहा है. वहीं, गुणुपुर में बंशधारा नदी का भी जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसी के चलते मलकानगिरी में स्थिति काफी गंभीर हो गई है.

देखिए जलमग्न रेलवे ट्रैक- [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=jcNoFTspgDo[/embedyt]

देखिए वीडियो-  [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=IRwADF4pSek[/embedyt]

 

  • बीजापुर से पंवन दुर्गम के साथ सुकमा से फारुख अली की ग्राउंड रिपोर्ट