रायपुर। वरिष्ठ नागरिकों के देखरेख और उनके हक के लिए काम करने वाली संख्या एनजीओ हेल्प ऐज इंडिया की ओर से इंटरनेशनल डे फ़ॉर ओल्डर पर्सन्स के अवसर पर बुधवार को एक वेबिनार का आयोजन किया गया.

वेबिनार में वरिष्ठ मुख्यमंत्री सलाहकार प्रदीप शर्मा, सह निदेशक राज्य साक्षरता मिशन अधिकार प्रशांत पांडेय ने युवाओं तथा बुज़ुर्गों में बढ़ती दूरियों का ज़िक्र किया. उन्होंने समय के साथ वरिष्ठ नागरिकों को भी अपनी सोच को बदलाव लाने की बात कही. स्मार्ट सिटी मिशन रायपुर महाप्रबंधक आशीष मिश्र ने कहा कि हालांकि आजकल के युवाओं के पास कई तरह के गैजेट्स हैं, पर उनको सही गलत की सीख घर के बुजुर्ग ही दे सकते हैं. स्मार्ट सिटी मिशन में ऐसे कई प्रावधान हैं, जिनमें बच्चे अपने दादा-दादी के साथ मिलकर वक्त बिता सकते हैं.

सहभागी समाज सेवी संस्था अध्यक्ष बसंत यादव ने इस मौके पर कहा कि उन्होंने ऐसे कई संस्थाओं को जोड़ा जिनके द्वारा गांव में बुज़ुर्ग अभी भी रोज़गार कर रहे हैं. उनकी संस्था वरिष्ठ नाकरिकों को मुर्गी पालन के व्यवसाय में उत्कृष्ट सहायता करती है, जिसके फलस्वरूप वे अब अपने पांव में खड़े हैं. लाइवलीहुड मिशन संचालक राजेश देवरकोंडा ने कहा कि बदलते दौर के साथ वरिष्ठ नागरिकों की स्थिति में गिरावट आया है, तथा एकलवर्ती परिवारों के कारण वो अकेले रह गए हैं. उन्होंने हेल्प एज इंडिया को बधाई दिया जिनके समर्थन से कई बूढ़े व्यक्ति लाइवलीहुड मिशन से जुड़ कर अच्छा जीवन व्ययीत कर रहे हैं.

एडवोकेसी हेड हेल्प एज इंडिया अनुपम दत्त ने कहा कि आज के युवाओं को वरिष्ठ नागरिकों की तरफ संवेदनशील होना पड़ेगा, क्योंकि कई चीज़ें अब टेक्निकल हो चुकी हैं, जिसके कारण ये वरिष्ठ नागरिकों का दूसरा जन्म जैसा है. हेल्प एज के काम कर रही है पर मानसिकता बदलने के बाद ही आगे काम बढ़ सकता है. हेल्प एज इंडिया राज्य प्रभारी शुभंकर विश्वास ने कहा कि कोरोना काल में हमें वरिष्ठ नागरिकों का मनोबल बढाना पड़ेगा तथा उन्हें महामारी काल में जीने में सहायता करना पड़ेगा.एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर सुनीता चंसोरिया ने अंत में कहा कि उनकी संस्था ने कई बुज़ुर्गों की सेवा की है, साथ ही राज्यभर में उन्हें लॉकडाउन के दौरान ज़रूरत का सामान मुहैय्या कराया है. इस दौरान एक शपथ पत्र का संयोजन किया गया, जिसे हेल्प एज इंडिया के संचार विभाग ने डिज़ाइन किया है.