रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस की उपनेता रेणु जोगी ने जेसीसी पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने के मामले में अब तक पीसीसी की ओर से कोई नोटिस नहीं मिलने की बात कही. इस मामले पर लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा की मुझे आपके माध्यम से ही जानकारी मिल रही है कि मुझे नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने जोगी के कार्यक्रम में शामिल होने की सूचना नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंह देव के कार्यालय को दे दी थी.

रेणु जोगी ने कहा कि वे पेंड्रा में आयोजित नुवाखाई कार्यक्रम में अपने परिवार के साथ शामिल होने गई थी जहां उन्होेंने लोगो के साथ बूढ़ा देव की पूजा की. यह कोई राजनितिक कार्यक्रम नहीं था.

वही इस मामले पर नेताप्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति देने का सवाल ही पैदा नहीं होता. अजीत जोगी की पार्टी का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. इस मसले पर टीएस सिंहदेव के दफ्तर ने कहा कि रेणु जोगी ने फोन पर  केवल नवखाई के पारिवारिक त्यौहार में भाग लेने की सूचना दी थी. राजनीतिक कार्यक्रम में मंच साझा करने की कोई सूचना नहीं दी गई थी.

गौरतलब है कि टीएस सिंहदेव इस वक्त हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपनी बहन आशा कुमारी का प्रचार कर रहे हैं.

रेणु जोगी से पीसीसी ने जेसीसी पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने पर कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उनसे सात दिनों के भीतर जवाब मांगा है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने इस बात की जानकारी दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान को भी भेज दी है.

आपको बात दे कि पेंड्रा में कांग्रेस पार्टी की उपनेता रेणु जोगी जेसीसी पार्टी के कार्यक्रम में शामिल हुईं. हालांकि रेणु जोगी इस कार्यक्रम में लाल-गुलाबी साड़ी पहनकर आई. वे मंच पर अपने पति के ठीक बगल में बैठी थीं. रेणु जोगी की मौजूदगी में अजीत जोगी ने कांग्रेस पार्टी को कोसा, उसे अप्रांसगिक बताया. लेकिन एक बार भी रेणु जोगी ने उन्हें नहीं रोका और ना ही इस पर कोई प्रतिक्रिया दी.जिसकी शिकायत हाईकमान को की गई है.

गौरतलब है कि अजीत जोगी द्वारा नई पार्टी बनाए जाने के बाद भी रेणु जोगी ने कांग्रेस पार्टी नहीं छोड़ी बल्कि वो सोनिया गांधी को खत भी लिखती रहीं. वो पार्टी के तमाम बड़े कार्यक्रमों में शामिल हुईं. दूसरी तरफ अजीत जोगी ये संकेत देते रहे कि रेणु जोगी उन्हीं के साथ है. लेकिन इस बारे में रेणु जोगी ने अपना मुंह नहीं खोला.