रायपुर.मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज उस वक्त बेहद भावुक हो गए, जब प्रदेश व्यापी बिजली तिहार के शुभारंभ के अवसर पर आदिवासी बहुल बस्तर जिले के ग्राम भिरलिंगा में आयोजित आम सभा में ग्राम नागलसर के मिडिल स्कूल 14 स्कूली बालिकाओं ने महुआ और लाई के स्वादिष्ट लड्डू भेंटकर उनका आत्मीय स्वागत किया । यह अवसर था क्षेत्र में ग्राम महुपाल बरई (परचनपाल) में मुख्यमंत्री के हाथों 633 करोड़ रूपए के 400/220 के.व्ही. क्षमता वाले विद्युत उपकेन्द्र और पारेषण लाइन के लोकार्पण का। डॉ. सिंह लोकार्पण के बाद ग्राम भिरलिंगा पहुंचे, जहां समारोह में मंच पर इन बेटियों से उनकी मुलाकात हुई।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर अपनी सरकार के 14 वर्षों की स्वर्णिम यात्रा को यादगार बनाने के लिए आज के कार्यक्रम में क्षेत्र के 14 गांवों को उर्जित ग्राम घोषित किया, जहां प्रधानमंत्री सहज बिजली योजना (सौभाग्य) के तहत इन बेटियों के घरों में भी बिजली का कनेक्शन पहुंच गया है। इसके लिए इन सभी बालिकाओं ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया, वहीं छात्रा बुदाई ने मुख्यमंत्री को बस्तर अंचल की बहुप्रचलित सम्पर्क बोली हल्बी में अपने हाथों से लिखा धन्यवाद पत्र भेंट किया। इतना ही नहीं, बल्कि इस बालिका ने मंच पर माइक से मुख्यमंत्री के नाम अपने हाथों से लिखी यह चिट्ठी भी पढ़कर सुनाई। बुदाई ने अपनी चिट्ठी पढ़ते हुए कहा-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सौभाग्य योजना (सहज बिजली-हर घर योजना) और राज्य सरकार के बिजली तिहार से न केवल हमारे गांव और हमारे घर रौशन हुए हैं, बल्कि जीवन में भी उजियारा हुआ है। इसके पहले तक हमें लालटेन अथवा चिमनी की रौशनी में पढ़ाई करने में काफी परेशानी होती थी, लेकिन प्रधानमंत्री की सौभाग्य योजना के तहत हमारे घर में बिजली आ गई है और घर में उजियारा छा गया है। बिजली की रौशनी में पढ़ाई करना अच्छा लगता है।
समारोह में राज्य सरकार के 14 बेमिसाल और स्वर्णिम वर्षों के लिए समारोह में बुदाई सहित ग्राम नागलसर के मिडिल स्कूल की अन्य छात्राओं-सुबरना, पदमनी, मोगरी, समतुला, नींदमनी, सहादई, मोती, कविता और रामवती ने भी एक साथ मिलकर महुए और लाई के स्वादिष्ट लड्डू भेंट किए। मुख्यमंत्री ने इन बालिकाओं को आशीर्वाद दिया, उनके घरों में बिजली पहुंचने पर उन्हें बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भिरलिंगा में आयोजित आज के समारोह में बस्तर जिले के जिन 14 गांवों को सम्पूर्ण विद्युतीकरण के लिए उर्जित ग्राम घोषित किया, उनमें बिरिंगपाल, नागलसर, सुरुंडपाडा, टोंडापाल, मंगनार, नेगारनार, सिमोड़ा, फरसरा, पल्लीचकवा, सुरगुड़ा, कोयनार, मासगांव, सरगीपाल और नरावंड शामिल हैं। इसके पहले तक घने जंगलों में बसे इन गांवों में रात को काफी अंधेरा रहता था। लोग रातों में घरों से नहीं निकलते थे, लेकिन अब रातें भी रौशन हो रही हैं और गांवों में काफी चहल-पहल भी देखी जा रही है।