रोहित कश्यप, मुंगेली. अंबर से अमृत बरसे, तू बैठ महल में तरसे.. प्यासा ही मर जाएगा, बाहर तो आजा घर से… इस बार समंदर अपना, बूंदों के हवाले कर दे…बादड़ियो गगरिया भर दे, बादड़ियो गगरिया भर दे….मौका भी था, दस्तूर भी और डॉ. कुमार विश्वास के सुरों का सुरूर भी. दरअसल रविवार को बरसते पानी में मुंगेली के स्टेडियम में डॉ. कुमार विश्वास ने जब इस कविता का पाठ किया तो आसमान से पानी की बरसात हो रही थी. इस दौरान बरसते पानी के बीच कुमार विश्वास गाते रहे तो वहीं सीएम भूपेश बघेल भी बारिश होने के बावजूद मंच पर मौजूद थे.

मंच खुले आसमान के नीचे बनाया गया था. हालांकि छाता और तिरपाल से बारिश से बचाने कोशिश किया जा रहा था. ऐसे में दर्शक भी कुर्सी ओढ़कर मंत्रमुग्ध होकर सुनने को मजबूर हो गए. हालांकि पानी गिरना जैसे ही ज्यादा तेज हुआ, सीएम भूपेश बघेल वहां से निकल गए. गिनती के दो-चार गीत व कविता डॉ. कुमार विश्वास सुना पाए थे कि मौसम की बेरुखी की वजह से कार्यक्रम को बंद करना पड़ा. हालांकि बहुत ही अल्प समय में भी मौसम के मुताबिक कविता पाठकर कवि सम्राट डॉ. कुमार ने दर्शकों में विश्वास जगाने के लिए कविताओं की महफिल सजाने में कोई कसर नहीं छोड़ा.

इधर बारिश तेज होने की वजह से जहां सीएम बघेल कम समय में ही कविता मंच को विदा कर गए तो वहीं कार्यक्रम आगे न बढाते हुए बंद करना पड़ा, जिसका मलाल लोगों में देखा और सुना जा रहा है. बता दें कि इस कार्यक्रम का आयोजन फ्रेंडस क्लब व द ग्रेट चेम्बर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम के संयोजक नगर पालिका अध्यक्ष हेमेन्द्र गोस्वामी रहे, जिनके नेतृत्व में कार्यक्रम हुआ.

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संयोजक हेमेन्द्र गोस्वामी समेत आयोजन समिति के लोगों ने कार्यक्रम के स्पॉन्सर, को -स्पॉन्सर, डिजीटल मीडिया पार्टनर लल्लूराम डॉट काम, कार्यक्रम का लाइव प्रसारण करने वाले न्यूज 24 मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ व प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से आयोजन में सहयोग देने वालो के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है.

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