नासिर हकीम, महासमुंद। देश के अन्य राज्यो के बाद अब छत्तीसगढ़ मे भी चोटी काटने की घटनाये देखने को मिल रही है जिसके चलते यहा भी महिलाओ मे दहशत का माहौल है। लेकिन अब इसे रोकने के लिए टोने टोटके का सहारा लिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के बसना ब्लॉक में हुए इस घटना ने आस-पास के क्षेत्रों में सनसनी मचा दी है। बसना के बिटांगीपाली पंचायत के पतरदिह गांव में युवती की चोटी कटने के हुए घटना के बाद अब अफवाहों के चलते क्षेत्र के लोग खुब टोने-टोटके भी आजमा रहें हैं।

आईये आपको बताते है महासमुंद के बसना ब्लॉक से लगे बिटांगीपाली पंचायत के पतरदिह गांव के बारे मे । जहां एक स्कूली बालिका पूनम, बदला हुआ नाम, के चोटी काटे जाने का मामला सामने आया है । बच्ची के परिजनों के मुताबिक सुबह उठने के बाद लड़की की चोटी कटकर खटिया के नीचे पड़ी थी।जिसके बाद परिजनों में हड़कंप मच गया।घटना के बाद पीड़िता बच्ची सदमे में आ गई है ।सदमें में बहोश बच्ची को जब गांव के ही उप स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया तो वो पूरी तरह से स्वस्थ्य थी। लेकिन बच्ची के चोटी कटने का राज का खुलासा नही हो सका । गांव में जब से यह घटना हुई है तब से लेकर पूरा गांव और आस-पास के क्षेत्र के लोग खासकर युवतियां और महिलाएं दहशत में हैं । इस घटना के बाद बालिका सदमें में है और खुद को कमरे में बंदकर किसी से भी मिलने से डर रही है । इधर परिजन भी किसी को कुछ बताने से बेहतर झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र का सहारा ले रहे हैं ।

बच्ची के परिजन जहां बच्ची को बैगा के पास ले जाकर झाड़फूंक करा रहे हैं । वहीं गांव की युवतियां या तो अपने बाल बांधकर और कपड़े से ढ़ककर रख रही है । तो कोई बालों में नीम के पत्ते लगा रही है। घटना के बाद ग्रामीण दहशत में हैं और गांव में पुरूषों और युवाओं की टीम रत जगा कर रहे हैं । अंधविश्वास का हाल यह है की महिलाएं एक-दूसरे को सलाह दे रही हैं कि चोटी चोर से बचना हो तो पीतल की चुडियां ना पहने, घर के पलंग पर नीबू बांधकर रखे । ऐसे कई टोटके है जिसके चक्कर में ग्रामीण फिलहाल लगे हुए हैं । गांव के कुछ लोगों ने इस घटना की जानकारी बसना आरक्षी केंद्र में भी दे दी है । लेकिन पुलिस भी इस घटना से हैरान है कि आखिर बंद दरवाजे के पीछे की हरकत किसकी हो सकती है। हालाकि कि अंधविश्वास के अलावा इनके पास भी घटना का कोई जवाब नहीं ।

कुछ दिनों पहले जांजगीर चाम्पा के एक गांव में भी चोटी काटने की यह खबर आई थी, जिसका असर छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में अफवाहों की तरह फैली थी ।लेकिन अब पतरदिह में हुए इस घटना के बाद महिला समूह बना के बैठकर अजीबो गरीब मनगढ़त कहानियां बना रही हैं ।महिलाओं में डर और दहशत घर कर गया है। गांव में एक अनजाने भय का माहौल है, महिलाएं और युवतियों ने शाम होते ही घरों से निकलना बंद कर दिया है । ऐसे में प्रशासन के सामने अंधविश्वास निर्मूलन समिति के द्वारा कैंप लगाकर ग्रामीणों को जागरूक करने की जरूरत है। जिससे उनके मन से चोटी काटने वाले गिरोह का भय और तंत्र-मंत्र के इस टोटके का अंधविश्वास ख़तम हो सके।