पुरुषोत्तम पात्रा,गरियाबंद. जिले के किडनी प्रभावित सुपेबेड़ा गांव के ग्रामीण छत्तीसगढ़ छोडकर ओडिसा में रहना चाहते हैं. इसके लिए ग्रामीणों ने एक हस्ताक्षर अभियान चलाया था और उसके बाद इस हस्ताक्षरयुक्त पत्र को राज्य सभा सांसद छाया वर्मा को उनके गरियाबंद प्रवास के दौरान सौंपा.

छाया वर्मा को सौंपे गये पत्र में ग्रामीणों ने लिखा है कि गांव में किडनी की ​बीमारी से लगातार लोगों की मौत हो रही है. इन मौतों के बाद भी सरकार इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है. पिछले छ: महीने में कई नेता, मंत्री, जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने गांव का दौरा किया है. इन सभी लोगों से उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है. लेकिन किसी ने भी किडनी की बिमारी से हो रही मौतों को राकने के लिए कोई ठोस पहल नहीं की. जिसके चलते ये ग्रामीण सरकार से खासे नाराज है और छाया वर्मा को एक पत्र सौपकर छत्तीसगढ़ छोडकर ओडिसा में रहने की इच्छा जाहिर की है.

वहीं छाया वर्मा ने किडनी की ​बीमारी के चलते हो रही मौतों को छत्तीसगढ़ के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. इसके लिए छाया ने सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सुपेबेड़ा में शासन की योजनाओं के प्रभावशील ढंग से क्रियान्वयन नही किये जाने का आरोप लगाया है. छाया ने तीन दिन पहले किडनी की बीमारी से हुये शिक्षाकर्मी की मौत पर परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दिये जाने की भी मांग की है. इसी बीच छाया ने फोन पर चर्चा कर कलेक्टर को गॉव में बुनियादी सुविधायें उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये.

साथ ही छाया वर्मा ने कहा कि ग्रामीणों के मामले को वे पहले भी राज्यसभा में उठा चुकी है और यदि जरुरत पड़ी तो आने वाले समय में दुबारा इस मामले को राज्यसभा में उठाने से भी पीछे नहीं हटेंगी.