छतरपुर। दुनिया में हर व्यक्ति की एक ख्वाहिश होती है कि उसकी पीढी़ आगे बढ़े. आने वाली पीढ़ी के लिए उसे एक वारिस मिले. मामला यहां इसके विपरीत है. एक महिला को पेट में पल रहे शिशु की जान बचाने पुलिस को गुहार लगानी पड़ रही है. दहेज के दानवों द्वारा एक महिला की कोख उजाडऩे का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है.

मामला गढ़ीमलहरा थाना क्षेत्र का है, जहां पिड़पा गांव की सुमित्रा पत्नी मुकेश अहिरवार ने थाने में आकर कोख में पल रहे शिशु को बचाने की गुहार लगाई है. पुलिस ने इस मामले में महज 155 की एनसीआर कायम कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली.

ससुराल वाले दो बार करवा चुके जबरिया गर्भपात

महिला ने ससुराल पक्ष और पति पर मारपीट का आरोप लगाया है. महिला ने शरीर पर मारपीट के निशान दिखाते हुए बताया कि उनके पति और सास इसलिए मारपीट करते हैं कि उन्हें बच्चा नहीं चाहिए. सुसराल वाले महिला का जबरिया दोबार गर्भपात भी करवा चुके है. महिला का कहना है कि उसकी मां बनने की ख्वाहिश है. इस बार भी पति और ससुराल वाले गर्भपात का दबाव बनाकर मारपीट कर रहे है. महिला का कहना है कि उसके साथ इसलिए ऐसा व्यवहार कर रहे हैं क्योंकि उसके पिता ने दहेज में मोटरसाइकिल नहीं दी.

पहले भी राजीनामा करवा पुलिस लौटा चुकी

इस पूरे मामले में गढ़ीमलहरा थाना में महिला ने आज शिकायत दर्ज कराई है. महिला का कहना है इसके पूर्व भी 7 महीने पहले उसके साथ मारपीट की गई थी. तब भी थाना में आकर उसने शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने आपसी राजीनामा करवाकर उसे वापस ससुराल भेज दिया था. महिला के साथ मौजूद भाई दीपक ने बताया कि शादी के समय पिता ने अपनी हैसियत के अनुसार दहेज दिया था.

उनके ससुराल वाले मोटरसाइकिल और सोने की चेन की मांग कर रहे हैं. मांग पूरी न करने के कारण वे लोग बहन को मातृत्व सुख से वंचित रखना चाह रहे है. इस संबंध में थाना प्रभारी ने कहा कि प्राथमिकी तौर पर शिकायत दर्ज की गई है. मामले की जांच करवा रहे है जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.