संदीप शर्मा, विदिशा। एमपी के विदिशा में ‘जाको राखे साइयां मार सके ना कोय’ वाली कहावत उस समय चरितार्थ हो गई, जब बेतवा नदी में बही महिला (woman drowned in betwa river) नदी में 14 घंटे मौत और जिंदगी की जंग से लड़ते हुए जीत हासिल कर ली। महिला ने अपने जज्बे से मौत को हराकर जिंदगी की जीत ली।
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दरअसल जिले में लगातार बारिश के कारण सभी नदी-नाले उफान पर है। जिले जीवनदायिनी बेतवा मैया भी उफान पर है। गुरुवार देर शाम महिला विदिशा जिले के बरी घाट से पानी में बह गई थी। महिला बहते हुए जा रही थी इसी दौरान बेतवा नदी में बन रहे निर्माणाधीन पुल के सरिया को पकड़ लिया। महिला पुल के सरिया को पकड़कर किसी तरह वहां खड़ी हो जाती है। महिला रात भर 14 घंटे मौत और जिंदगी से लड़ते हुए पुल पर खड़ी रही। सुबह होने पर इसकी जानकारी ग्रामीणों को लगी। इसके बाद ग्रामीणों ने महिला का रेस्क्यू कर लिया। महिला के जज्बे की सभी तारीफ कर रहे हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला
बेतवा नदी में गुरुवार शाम बरी घाट के पास महिला नदी में बह गई थी। जानकारी मिलते ही होमगार्ड टीम महिला को बचाने के प्रयास में जुट गई। बचाव दल महिला का रेस्क्यू कर जब वापस लाया जा रहा था तो पानी का तेज बहाव होने के कारण बचाव दल की नाव भी पलट गई। नाव पलटने से 5 होमगार्ड के जवान और महिला फिर से बह गई। होमगार्ड के जवान तैर कर अपनी जान बचा लेते हैं। वहीं महिला का कहीं पता नहीं चल रहा था। इधर महिला बहते-बहतेराजाखेड़ा गांव के पास एक पेड़ में अटक गई थी। दरअसल बचाव दल ने महिला को लाइफ जैकेट पहना दी थी। इस कारण वह जैकेट पेड़ में अटक गई और महिला की जान बच गई। इसकी जानकारी राजाखेड़ा के लोगों तो महिला का वहां से रेस्क्यू किया। महिला की हालत ठीक है।
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