कर्ण मिश्रा/मोसीम तड़वी, ग्वालियर/बुरहानपुर। एमपी के विदिशा जिले से बड़ी खबर आई है। महिला बाल विकास (Women and Child Development Department) अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है। महिला बाल विकास विभाग अंतर्गत संचालित परियोजना सांझा चूल्हा कार्यक्रम और अन्य अनियमितताओं के चलते विदिशा जिले की सिरोंज में पदस्थापित अनिल चौधरी को सस्पेंड किया गया है। इधर बुरहानपुर में 50 लाख के तालाब को 96 लाख बताने के कारण ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग (Rural Engineering Services Department) के कार्यपालन यंत्री को निलंबित कर दिया गया है। एक्जीक्यूटिव इंजीनियर ने 46 लाख का भुगतान भी कर दिया था।
दरअसल विदिशा जिले की सिरोंज में पदस्थापित अनिल चौधरी पर महिला बाल विकास विभाग अंतर्गत संचालित परियोजना सांझा चूल्हा कार्यक्रम और अन्य योजनाओं में अनियमितता के आरोप लगे थे। इसके बाद महिला बाल विकास विभाग, भोपाल ने मामवे की जांच कराई थी। जांच में अधिकारी के खिलाफ लगे आरोप सही पाए गए। इसके बाद महिला बाल विकास विभाग ने अधिकारी अनिल चौधरी को निलंबित कर दिया है।
बुरहानपुर में भ्रष्ट एक्जीक्यूटिव इंजीनियर निलंबित
बुरहानपुर में 50 लाख के तालाब को 96 लाख का बताने के कारण ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के भ्रष्ट एक्जीक्यूटिव इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग इंदौर के अधीक्षक सज्जन सिंह चौहान ने कार्यपालन यंत्री सुनील बोदड़े को सस्पेंड किया है। भ्रष्ट एक्जीक्यूटिव इंजीनियर ने 46 लाख का भुगतान भी कर दिया था। इतना ही नहीं तालाब बनाने के बाद बारिश का पानी भी तालाब में नहीं भरा था। नयाखेड़ा में 2018-19 में तालाब की स्वीकृति हुई थी। तालाब अधूरा होने के बाद ही ठेकेदार को 46 लाख रुपए का भुगतान कर दिया था।
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