रायपुर. 15 सितंबर, 2018. रायपुर। क्या आपने कभी निर्बाध, निरंतर किसी सामयिक विषय पर बोलने का प्रयास किया है और क्या ऐसा आप लगातार 30 मिनिट से अधिक समय तक कर पाए हैं? जवाब शायद न में होगा। लेकिन छत्तीसगढ़ में पहली बार दो जोश से भरे चिकित्सकों डॉ. अनिल गुप्ता तथा डॉ. अजय शेष ‘इंटीग्रेटेड हॉलिस्टिक हेल्थ’ विषय पर मैराथन स्पीच दे रहे है और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसा करते हुए उन्होंने 60 घंटे से अधिक का समय गुजार दिया है और मैराथन अभी जारी है.

क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से श्रोता लगातार निरंजनदास धर्मशाला में इतिहास में दर्ज होने वाले इन अद्भुत पलों का हिस्सा बनने के लिए पहुँच रहे हैं. कार्निवल में मिलने वाली सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं. कार्निवल के अंतर्गत हर उस आवश्यक तत्व को समाहित किया गया है जो मनुष्य के लिए स्वस्थ शरीर, दिमाग और आत्मा को रचने में मदद करता है. राज्य के अपनी तरह के पहले ‘हॉलिस्टिक हेल्थ कार्निवाल’ (13-17 सितंबर तक जारी) के तीसरे दिन आयोजन को राज्य के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में कार्निवल की सुविधाओं का लाभ और आयोजन का आनंद लेने आ रहे लोगों का शानदार प्रतिसाद मिला है.

हॉलिस्टिक हेल्थ कार्निवल (13-17 सितंबर) के तीसरे दिन 100 से अधिक प्रतिभागियों ने ‘हेल्थ एम्बेस्डर’ बनने की प्रतिस्पर्धा में भाग लिया और अपने शानदार नृत्य कौशल के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी सवालों के जवाब देकर निर्णायकों का ध्यान आकर्षित किया.

विज्ञान यह सिद्ध कर चुका है कि गर्भस्थ शिशु भी सीख और याद कर सकता है और इसी तारतम्य में अच्छे मूल्य और शिक्षाएं शिशु तक पहुंचाई जा सकती हैं. इसलिए ‘गर्भसंस्कार’ पर ध्यान केंद्रित करना आज की जरूरत है. इसी कड़ी में आज कार्निवाल के अंतर्गत गर्भसंस्कार पर आधारित सेशन का शुभारम्भ सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति में किया गया. डॉ. प्रज्ञा अग्रवाल ने मूल्यों और बुद्धिमता से भरपूर बच्चों के लिए आवश्यक बिंदुओं पर प्रकाश डाला कि किस तरह से हम यह क्वॉलिटी गर्भस्थ शिशु में विकसित कर सकते हैं.

सायकोन्यूरोबिक्स के अन्वेषक डॉ. बी. के. चंद्रशेखर, कल इसी विषय पर निशुल्क आयोजित होने वाले सेमिनार को सम्बोधित करेंगे. इस अवसर पर राज्य के बाहर से आने वाले कई लोग भी इस महत्वपूर्ण सेशन का हिस्सा बनेंगे जिसके अंतर्गत चिकित्सा और उपचार की इस प्राचीन पद्धति पर प्रकाश डाला जायेगा.