गुजरात. गुजरात कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि वह प्रदेश की विजय रूपाणी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी. पार्टी ने दावा किया कि प्रदेश सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है और उसने लोगों का भरोसा खो दिया है. गुजरात विधानसभा का दो दिवसीय मानसून सत्र 18 सितंबर से शुरू हो रहा है. कांग्रेस विधायक शैलेश परमार ने शनिवार को कहा कि उन्होंने राज्य की बीजेपी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है.

परमार ने कहा कि यह सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है, चाहे किसानों का मुद्दा हो, शिक्षा और जीवनयापन की बढ़ती लागत हो, या फिर भ्रष्टाचार हो…यही वजह है कि हमनें अविश्वास प्रस्ताव दिया है. परमार ने कहा कि जिन मुद्दों पर सरकार विफल रही है उनमें किसानों का मुद्दा भी शामिल है.

उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार किसानों के लिए कर्ज माफी की योजना लेकर नहीं आई न ही उसने सिंचाई के लिए बिजली की उचित आपूर्ति सुनिश्चित की या उन्हें फसलों का अच्छा समर्थन मूल्य देना सुनिश्चित किया.

परमार ने आरोप लगाया गया कि सरकार कथित मूंगफली खरीद घोटाले में उचित जांच शुरू करने में नाकाम रही है, जिसमें कुछ बड़े सरकारी अधिकारी और मंत्री शामिल हैं. कांग्रेस ने हाईकोर्ट के जस्टिस की अध्यक्षता वाली एक समिति से जांच कराने की मांग की थी, लेकिन इसके बजाय सरकार ने मूंगफली गोदामों में आग की घटनाओं की जांच के लिए एक रिटायर्ड जस्टिस की समिति गठन कर दी.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कानून और व्यवस्था के मोर्चे पर भी असफल रही है. परमार ने कहा कि यदि सरकार राज्य चलाने में सभी को एक साथ लेकर चलने में विश्वास करती है तो उसे प्रस्ताव पर चर्चा करानी चाहिए. हम सुनिश्चित करेंगे कि हमें सदन से निलंबित नहीं किया जाएगा.