रायपुर. आजकल की महिलाओ के साथ हो रही घटनाओ को देखते हुए महिलाओ का सशक्त होना अनिवार्य हो गया है. और इसी महिला सशक्तिकरण के लिए आत्मरक्षा सिखाकर हर्षा साहू ने विश्व कीर्तिमान बनाया है. शहर की अन्तर्राष्ट्रीय कराटे खिलाडी एवं सेल्फ डिफेन्स एक्सपोर्ट हर्षा साहू ने विश्व में पहली बार चलती ट्रेन में महिलाओ को आत्मरक्षा के गुर सिखा कर अपनी सुरक्षा तथा अपने सामान की सुरक्षा कैसे करे इसको लेकर गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बनाई है. जीआरपी पुलिस और मितान पुलिस टाइम्स के साथ मिलकर रेल गर्जना कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ के सभी क्षेत्रो में चलती ट्रेन में महिलाओ को आत्मरक्षा सिखाकर गोल्डन बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में जगह बनाने वाली पहली महिला हर्षा साहू बनी है.

वही इस कीर्तिमान के बाद आज हर्षा साहू का सम्मान किया गया. वृन्दावन हाँल में आयोजित कार्यक्रम में आरडीए अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव , पूर्व डीजी राजीव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक रेल मिलेना कुर्रे शामिल हुए. सभी ने हर्षा साहू को बधाई दते हुए उनके द्वारा किये गए कार्यो को सराहा. इसके साथ ही गोल्डन बुक ऑफ़ रिकॉर्ड की अधिकृत सवांददाता सोनल राजेश शर्मा ने हर्षा साहू को सर्टिफिकेट प्रदान किया.

विश्व कीर्तिमान बनाने के बाद ख़ुशी जाहिर करते हुए हर्षा साहू ने कहा कि उन्होंने कभी यह सोचा नहीं था कि रेल गर्जना कार्यक्रम वर्ल्ड रिकॉर्ड के लेबल का होगा. पिछले पंद्रह सालो से स्कूल, कॉलेज और गाँव – गाँव में जाकर सेल्फ डिफेन्स सिखाने का काम कर रही हु. लेकिन हमारे सामने ऐसी बाते सामने आई कि बहुत साड़ी घटनाये ट्रेनों और बसों में होती है. जब मितान पुलिस के शिवराज जी ने रेल पुलिस अधीक्षक मिलना कुर्रे से मिलाया तो उन्होंने भी बताया कि उनके पास भी बहुत सारी शिकायते आती है. फिर बैठकर हमने प्लानिंग की और फिर जैसे हम सेल्फ डिफेन्स सिखाते है वैसा सिखाने की कोशिश की. आगे उन्होंने कहा कि लेकिन ये जो आइडिया था और यह यूनिक चीज थी जिसे वर्ल्ड में पहले किसी ने नहीं की है. जिसको लेकर गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बनाई है. आगे हमारी तैयारी है कि जो गणेश पंडालो के आसपास काफी भीड़ रहती है. वहा पर अपराधिक प्रवित्ति के लोगो का जमावड़ा रहता है तो हमने यह तय किया है कि हमारी पूरी टीम मिलकर गणेश पंडालो के आसपास सेल्फ डिफेन्स सिखाएंगे. यह भी नया प्रयोग होगा. बता दे कि हर्षा साहू कराते की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं. वे ब्लैक बेल्ट भी रह चुकी हैं.