रायपुर। छत्तीसगढ़ में यूथ कांग्रेस का चुनाव ने रोमांचक मोड़ ले लिया है. विधायक देवेंद्र यादव और संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध हरितवाल ने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है. इसके साथ ही अब पूरा फोकस आकाश शर्मा, आशीष मोनू अवस्थी के साथ दूसरे युवा नेताओं पर हो गया है.

युवा कांग्रेस में अब तक प्रदेश अध्यक्ष से लेकर विधानसभा अध्यक्ष तक चुनाव के लिए अब तक लगभग 1100 नॉमिनेशन आ चुके हैं. यह चुनाव इसलिए भी छत्तीसगढ़ के लिए बेहद अहम है, क्योंकि 8 से 10 लाख युवा यूथ कांग्रेस के जरिए सीधे कांग्रेस से जुड़ेंगे. चुनाव में किसी तरह की गड़बड़ी और फर्जीवाड़े की गुंजाइश ही नहीं है, क्योंकि सारा काम डिजिटल होगा.

वर्ष 2016 के बाद हो रहे यूथ कांग्रेस के चुनाव को लेकर पहले ही कार्यकर्ताओं और दावेदारों में उत्साह देखने को मिल रहा है. देवेंद्र और सुबोध हरितवाल के मैदान से हटने के बाद दूसरे युवाओं के लिए मौका है, अपनी क्षमता दिखाने का.

नेताओं की प्रतिभा फिलहाल, नए सदस्यों को जोड़ने में देखी जा रही है. यह प्रक्रिया 12 मई से 12 जून तक चलेगी, जिसके बाद संभवत: 13 जून को प्रदेश अध्यक्ष के अतिरिक्त बाकी पदों के लिए ऐलान हो जाएगा. इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के दावेदारों के लिए नई दिल्ली में इंटरव्यू होगा. माना जा रहा है कि जुलाई तक यूथ कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल जाएगा.

यूथ कांग्रेस का चुनाव में इस बार बदलाव के बयार बह रही है. अब तक कुछ बड़े नेता अपने दम-खम के आधार पर वोटर्स को हाईजैक कर लेते थे. लेकिन इस बार नॉमिनेशन से लेकर सदस्यता की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होनी है. यही वजह है कि किसी एक जगह नेता-कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा नहीं हो रही है. हालांकि, अलग-अलग खेमे के हिसाब से यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी जुट रहे हैं और एक-दूसरे से सपोर्ट के लिए भी लाइनअप कर रहे हैं.

इसलिए चुनाव नहीं लड़ने रहे सुबोध

यूथ कांग्रेस के चुनाव से हटने वाले सुबोध हरितवाल ने लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में कहा कि वे राष्ट्रीय कार्यकारिणी में होने की वजह से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. इसके अलावा वे युवाओं को भी अवसर देने के लिए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है.

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