रायपुर. छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के द्वारा लौह महिला भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी के संपूर्ण जीवन पर आधारित चित्र प्रदर्शनी राजधानी स्थित पुराने कांग्रेस भवन गांधी मैदान में 29 नवंबर से 9 दिसंबर तक 11 दिनों के लिए लगाई गई है. जिसका शुभारंभ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी चंदन यादव, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम, रायपुर ग्रामीण के विधायक सत्यनारायण शर्मा, युवा कांग्रेस प्रभारी एकता ठाकुर, रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर, युवा कांग्रेस प्रभारी अमरजीत चावला, प्रभारी महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला, शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे की गरिमामई उपस्थित में संपन्न हुआ. यह प्रदर्शनी 11 दिनों तक प्रदेशवासियों के लिए खुली रहेगी.

युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद कोको पाढ़ी ने बताया 11 दिनों तक चलने वाले इस चित्र प्रदर्शनी में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जन्म से लेकर उनके अंतिम सफर तक एक-एक गतिविधियों व उनके चित्रों को इस तरह से समावेश किया गया है. मानो ऐसा लगता है वे आज भी जीवित हैं. युवा कांग्रेस द्वारा प्रदर्शनी के बाहर विशाल मंच बनाया गया है, जहां प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के रंगोली और चित्रकला से लेकर विविध प्रतियोगिता भी आयोजित होंगी. वहीं झीरम में शहीद हुए कांग्रेस नेताओं को श्रद्धांजलि देने अलग से उनके तस्वीरों के साथ मंच बनाया गया है.

इसे भी पढ़ें – रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल चौथे दिन भी रही जारी, मांगे नहीं मानी गई तो किया जाएगा … 

प्रदेश अध्यक्ष पाढ़ी ने बताया राष्ट्रीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बी वी श्रीनिवास जी ने इस वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जयंती पर दिल्ली में इस तरह का प्रदर्शनी लगाकर शुरूआत की थी कि देश के वर्तमान पीढ़ी देश की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पराक्रम और उनकी साहस को करीब से जाने और जिस महिला सशक्तिकरण को लेकर आज चर्चा हो रही है उसकी प्रणेता इंदिरा जी ही थीं. इसके बाद उनके निर्देश पर छग युवा कांग्रेस ने यह आयोजन रायपुर में किया ताकि आज की पीढ़ी को इस बात की जानकारी हो सके कि इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री के रूप में भारत को किस तरह से मजबूती प्रदान की.

इसे भी पढ़ें – कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जाहिर की चिंता, की ये अपील … 

चित्र प्रदर्शनी में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि इंदिरा गांधी की जो शख्सियत रही है, शायद भारत के इतिहास में और किसी ने ऐसी ऊंचाई हांसिल की. इस तरह एक झटके में 14 बड़े बैंकों का राष्ट्रीकरण अपने-आप में बड़ी घटना थी. इंदिरा गांधी के इस कदम ने आम नागरिकों का दिल जीत लिया. इसी तरह एक के बाद एक देशहित में दिए जा रहे उनके निर्णयों ने इंदिरा गांधी को उस मुकाम तक पहुंचा दिया तब जनसंघ के नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें दुर्गा की उपाधि से नवाजा. यही वो समय था जब पाकिस्तान पर भारत की भारी भरकम जीत राष्ट्र के लिये गौरव का विषय बन गया. 1974 में भारत द्वारा पोखरण में किए गए परमाणु परीक्षण ने इंदिरा गांधी का देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में बढ़ा दिया. इसके बाद 1975 में सिक्किम के भारत में विलय से उनकी छवि एक महान नेता की हो गई.