रायपुर। देश के गणतंत्र को सलामत रखने के लिए हमारे जवान न सिर्फ देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं बल्कि देश के भीतर भी दुश्मनों से लोहा ले रहे हैं और अपनी जान कुर्बान कर रहे हैं. ऐसे ही शहीदों को जिन्होंने छत्तीसगढ़ के भीतर नक्सलियों की कायराना करतूतों का जवाब देते हुए शहीद हुए हैं उन्हें सूबे के सीएम ने न सिर्फ श्रद्धांजलि दी. बल्कि फोन कर उनके परिजनों से बात भी की.

जब सारा देश उन वीर जवानों को उनकी शहादत पर याद कर रहा था, उस वक्त छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के मंसूबों को नाकामयाब करते हुए शहीद हुए उप निरीक्षक रुद्र प्रताप सिंह के परिजनों की आंखें उन्हें याद करते हुए भीगी हुई थी. एक बूढ़ा पिता अपने बेटे को तो पत्नी अपने पति को याद कर रही थी. ऐसे वक्त में अचानक फोन की घंटी बजी और दूसरी तरफ से आवाज आई.

हेलो… मैं भूपेश बघेल बोल रहा हूं.. सीएम की आवाज सुनकर रुद्र प्रताप सिंह की पत्नी प्रतीक्षा सिंह तो पहले चौंक गई, उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि मुख्यमंत्री फोन कर उनसे बात कर रहे हैं. सीएम भूपेश बघेल ने शहीद के पिता जवाहर सिंह से भी बात की. सीएम ने उनसे बातचीत में कहा कि शहीद रूद्र की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता. शासन-प्रशासन हमेशा उनके साथ हैं.

लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में प्रतीक्षा सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान शहीद रुद्र प्रताप सिंह की शहादत को याद करते हुए कहा कि ऐसे वक्त में हम आपके पूरे परिवार के साथ हैं. सरकार की ओर से शहीद परिवार के लिए जो कुछ हो सकेगा किया जाएगा. इस पर प्रतीक्षा सिंह ने धन्यवाद देते हुए कहा कि न केवल उनके लिए बल्कि सभी शहीदों के परिवार का सम्मान किया जाना चाहिए.

आपको बता दें कि जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम सोनसरी के रहने वाले उप निरीक्षक शहीद रूद्रप्रताप सिंह 30 अक्टूबर 2018 को अपने साथियों की रक्षा करते हुए दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र स्थित नीलवाया के जंगल में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे.

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