आशुतोष तिवारी, रीवा। मध्य प्रदेश की सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लाख दावे कर लें, लेकिन प्रदेश के किसी न किसी कोने से इन दावों की पोल खोलने वाला मामला सामने आ ही जाता है. ऐसा ही एक मामला रीवा जिले से सामने आया है. जहां एक लाचार पिता को बेटी के इलाज के दर-दर भटकना पड़ रहा है. लापरवाही का आलम यह है कि आयुष्मान योजना कार्ड से इलाज नहीं मिला तो पिता ने बेटी के इजाल के लिए अपनी जमीन बेचना पड़ा. बावजूद इसके बेटी का इलाज न हो सका.

दरअसल, मामला जिले के सुरसा कला गांव की है. जहां ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित बेटी के इलाज की खातिर एक पिता ने अपनी जमीन बेच कर ऑपरेशन करवाया, लेकिन ऑपरेशन के बाद भी आराम नहीं मिला. बेटी के इलाज के लिए एक मजबूर पिता डॉक्टर के चक्कर काट रहा है. आयुष्मान कार्ड से बेटी को इलाज नहीं मिला तो एक तरफ बेटी बिमारी के दर्द से कराह रही है और परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है.

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5 साल पहले हुआ था ऑपरेशन

बता दें कि सुरसा कला गांव की 17 वर्ष की तनु को 5 साल पहले ब्रेन ट्यूमर हुआ था. जिसके बाद किसान पिता ने बेटी को इलाज के लिए  5 साल पहले नागपुर ले गए. यहां ऑपरेशन भी कराया बावजूद इसके आराम नहीं मिला. जिसके बाद से लाचार पिता बेटी को रीवा, भोपाल, दिल्ली, नागपुर, बनारस के डॉक्टर से इलाज कर रहा है, लेकिन बेटी को आराम नहीं मिला. वह दिन रात सिर दर्द से कराहती है. अब युवती ने अपने मामा यानी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मदद की गुहार लगाई है.

इलाज के लिए बेच दी संपत्ति

बेटी के इलाज में पिता ने खेत, ट्रेक्टर बेच दी. 3 लाख में जमीन गिरवी कर रखकर भी इलाज कराया. अब आर्थिक तंगी की वजह से इलाज नहीं मिल पा रहा है.  बेटी को पीड़ा में देखकर पिता बेबस लाचार हो चुके हैं. ऐसे में परिवार बदहाल हो चुका है. पिता और बेटी को सरकार से मदद की दरकार है. ताकि बेटी का जीवन बचाया जा सके.

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