नई दिल्ली। आप ताजमहल बनाने के पीछे की उस प्रेम कहानी को जानते ही होंगे. जहां एक बादशाह ने अपनी पत्नी की याद में एक ऐसी ईमारत बनाई जो आज प्रेम का प्रतीक बनकर विश्व प्रसिद्ध हो गई है. ऐसे ही एक और शख्स हैं भारतीय वायु सेना के सेवानिवृत्त विंग कमांडर जेपी बदुनी. जिन्होंने अपनी पत्नी की याद में कोई भव्य ईमारत तो नहीं बनाई लेकिन उन्होंने बच्चों के भविष्य बनाने के लिए लाखों रुपए की राशि स्कूल को दान में दे दी.

विंग कमांडर की जेपी बदुनी की पत्नी विधु बदुनी दिल्ली स्थित एयर फोर्स गोल्डन जुबली इंस्टीट्यूट में एक शिक्षिका थीं. उन्होंने इस स्कूल में 1986 से 2007 तक लगभग 21 साल बच्चों को पढ़ाया था. उनका इस साल 6 फरवरी को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था.

उनके निधन के बाद उनके पति जेपी बदुनी ने स्कूल को 17 लाख रुपए बतौर दान दे दिये. स्कूल में एक आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने यह चेक प्रदान किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह उस संस्‍थान को धनराशि दान में देना चाहते हैं जहां उनकी प्रिय पत्‍नी ने अपनी सेवाएं दी थीं. दान की यह रकम उनकी दिवंगत पत्‍नी की उस बचत राशि में से दी गई है जिसे उन्‍होंने इस स्‍कूल में अपनी सेवाएं प्रदान करने के दौरान इकट्ठी की थी. उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि यह उनकी दिवंगत पत्‍नी के लिए यथोचित श्रद्धांजलि होगी और इससे उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन के लिए कड़ी मेहनत करने वाले योग्‍य विद्यार्थियों को मदद मिलेगी.

वहीं स्‍कूल की प्रधानाध्‍यापि‍का पूनम एस रामपाल ने कहा, ‘इस दान राशि में से 10 लाख रुपये का उपयोग हर वर्ष शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिभाशाली उपलब्धि हासिल करने वाले कक्षा 5 वीं से लेकर  कक्षा 11 वीं तक के विदयार्थियों को छात्रवृत्तियां देने और पुरस्‍कृत करने में किया जाएगा. शेष राशि का इस्‍तेमाल इस स्‍कूल की प्राथमिक शिक्षा से जुड़ी बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के विकास में किया जाएगा.’