आज भी छत्तीसगढ़ राजनीति में सबसे ज़्यादा चर्चा में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी रहते हैं लेकिन इस बार उनसे ज्यादा चर्चा में उनका हैलीकॉप्टर है. बताया जा रहा है कि अजीत जोगी के लि 7 करोड रुपये में हैलीकॉप्टर लिया गया है. जो छह महीने में उनके पास आ जाएगा.  उनकी पार्टी इस बात से इंकार कर रही है. लेकिन इसे लेकर सियासी गलियारों में तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. चर्चाओं के मुताबिक यह हैलीकॉप्टर ओएसएस नाम की कंपनी के जरिए लिया जा रहा है. डील पक्की हो चुकी है और छह महीने में यह हैलीकॉप्टर जोगी के पास होगी.
अजीत जोगी ने जब से पार्टी बनाई है तब से वे लगातार प्रचार कर रहे हैं. प्रचार वे हैलीकॉप्टर से कर रहे हैं लेकिन कहा जा रहा है कि ये भाड़े का नहीं उनका अपना हैलीकॉप्टर है जो कार्यकर्ताओं ने उनके लिए लिया है.  अभी तक राज्य में किसी पार्टी के पास अपना हैलीकॉप्टर नहीं है न तो सत्ता पर काबिज बीजेपी सरकार के पास न ही कांग्रेस के पास। ऐसे में जोगी का हैलीकॉप्टर लाना दूसरी पार्टियों को चिंता में डाले हुए है.
 कांग्रेस के मुताबिक चांदी की सड़क, चांदी का सिक्का की तरह हेलीकाप्टर भी एक हवा-हवाई बातें हैं तो बीजेपी ने भी जोगी के हेलीकाप्टर पर चुटकी ली है। बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव के मुताबिक नोटबंदी के बाद करोड़ों के हेलीकाप्टर खरीदी पर सवाल तो उठेंगे ही।  अजीत जोगी की पार्टी बोल रही है कि अपने नेता के लिए अगर समर्थक हेलीकाप्टर खरीद भी लेते हैं तो इसमें हायतौबा इतनी क्यों मच रही है। बीजेपी और कांग्रेस में कार्यकर्ता समर्पित नहीं।  जबकि जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता बेहद समर्पित हैं।