जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का विरोध देश के भीतर हर हिस्से में हो रहा है. देश के अलावा अब विदेशों में भी इस हमले का विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया है. 14 फरवरी को पाकिस्तानी आतंकी संगठन द्वारा किये गए फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. अमेरिका में न्यूयार्क से लेकर शिकागो और न्यू जर्सी में रहने वाले भारतीय मूल के नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन किया. पाकिस्तानी दूतावास के बाहर भारतीय समुदाय के लोगों पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया.

वॉशिंगटन डीसी, न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, सिलिकॉन वैली, लॉस एंजिलिस, डेट्रोइट, ह्यूस्टन और फीनिक्स में रहने वाले लोगों ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले के विरोध में प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अपने हाथों में पाकिस्तान विरोधी पोस्टर लिए थे.

इन पोस्टरों में पाकिस्तान को आंतक का निर्तायक देश बताया गया था, इसके साथ ही आतंकवाद रोकने के नारे भी पोस्टरों में लिखे हुए थे. प्रदर्शनकारियों ने ओसामा, हक्कानी, तालिबान, लश्कर-एल-कायदा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों का पाकिस्तान को पनाहगार बताया. प्रदर्शनकारियों ने अपील की कि जैशे मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ भारत सरकार जल्दी कड़ी कार्रवाई करे.

वहीं शिकागो में बने 9/11 स्मारक पर बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजली देते हुए सभी देशों से आतंक के खिलाफ अमेरिका और भारत का साथ देने की अपील की है. इस मौके पर लोगों ने एक प्रस्ताव पारित करते हुए पाकिस्तान से कहा है कि वह अपनी जमीन के भीतर संचालित सभी आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करे और उसे जड़ से खत्म करे.