अंकुर तिवारी, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के बंदरचुआ गांव में माओवादियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगे 5 वाहनों को आग लगा दी है। सामरी थाना क्षेत्र की घटना है। मौके से नक्सलियों ने ठेका कंपनी के 2 कर्मचारी और 1 सब इंजीनियर का अपहरण कर लिया है। सभी गाड़ियां जलकर खाक हो गई है। बंदरचुआ में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सबाग और पुदांग के बीच निर्माण कार्य किया जा रहा था। कुछ ही दिनों में सड़क निर्माण कार्य पूरा होने वाला था।
बंदरचुआ गांव में नक्सली हिंसा की खबर ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। बताया जा रहा है कि बंदरचुआ से कुछ ही दूरी पर सबाग में सीआरपीएफ का कैंप है। उसके बाद भी सुबह 10 बजे के आसपास माओवादियों ने जमकर उत्पात मचाया है। और घटनास्थल पर आगजनी और अपहरण के वारदात को अंजाम देकर भाग निकले है।
माओवादी अतिवादियों ने 3 हाइवा, 1 लोडर और एक वाइब्रेटर मशीन को आग के हवाले कर दिया गया है। वहीं, सब इंजीनियर पेत्रुस डुंगडुंग और ठेका कंपनी के कर्मचारी बिहारी और राजू को अगवा कर अपने साथ ले गए हैं। नक्सली वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुँच गए हैं। सुरक्षा बलों ने जंगलों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है।
घटना के पीछे नक्सली वीरसाय का हाथ होना बताया जा रहा है। ये नक्सली अपने 30-35 साथियों के साथ आया था। और वारदात को अंजाम देकर भाग निकला है। लेकिन अभी तक इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है।आशंका है कि आगजनी और अपहरण के बाद माओवादी झारखंड के लातेहार की ओर भाग निकले है।