केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी ने खुले में शौच से मुक्त होने तक गांवों में निशुल्क चावल का वितरण रोकने का आदेश दिया है. शनिवार को उन्होंने कहा कि जब तक गांव खुले में शौच से मुक्त नहीं हो जाते, वहां निशुल्क चावल का वितरण नहीं किया जाएगा. किरण बेदी ने यह भी कहा है कि स्थानीय प्रशासन को खुले में शौच से मुक्त होने का प्रमाणपत्र देना होगा, जिसकी पड़ताल के बाद निशुल्क चावल का वितरण दोबारा शुरू किया जाएगा. उपराज्यपाल किरण बेदी ने स्थानीय प्रशासन को इसके लिए 31 मई तक का वक्त दिया है.

स्वच्छता के लिए अब तक का सबसे कठोर कदम !

उपराज्यपाल किरण बेदी ने पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी को संबोधित करते हुए पत्र भी लिखा है. इसमें उन्होंने कहा है कि स्थानीय विधायक जनता के दूसरे मुद्दों को उठाने में जैसा उत्साह दिखाते हैं, उनमें वैसा उत्साह स्वच्छता अभियान में भागीदारी को लेकर नहीं दिखाई देता है. इससे पहले स्वच्छता को लेकर देश भर में कई कदम उठाए गए हैं, लेकिन मुफ्त में मिलने वाले चावल का वितरण रोककर किरण बेदी ने सफाई के लिए अब तक का सबसे कठोर कदम इस दिशा में उठाया है. अब देखने वाली बात होगी कि इसका कितना असर दिखाई देता है.

सख्त पुलिस अफसर की रही है पहचान

किरण बेदी की पहचान पूरे देश में एक सख्त और ईमानदार पुलिस ऑफिसर के तौर पर रही है. अब उन्होंने बतौर उपराज्यपाल ये फरमान सुनाकर बता दिया है कि भूमिका भले बदल गई है, लेकिन सरकारी आदेश को मनवाने का उनका तरीका नहीं बदला है.