कहते है मां के चरणों में जन्नत है, लेकिन इस जन्नत को छोड़ आतंक के रास्ते में जाने वाले युवक को महज 48 घंटे पूरे होने के पहले ही उसके किए की सजा मिल गई और सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर के  सोपोर के ड्रुसू गांव में हुए मुठभेड़ में उसे मार गिराया.

जम्मू-कश्मीर. एक बुजुर्ग दंपति ने अपने बेटे को इंजीनियर बनाने का सपना देखा था. उनका सपना तब पूरा हुआ जब बेटे ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरु की, उन्हें लगा कि बेटे अब अगले कुछ वर्षों में इंजीनियर बन उनके परिवार का नाम रौशन करेगा. लेकिन पिछले कुछ दिनों से घर से लापता हुए जम्मू-कश्मीर के खुर्शीद अहमद मलिक की फोटो दो दिनों पहले ही सोशल मीडिया में वायरल हुई जिसमें यह पता चला कि वह अब आतंकी बन गया है. इस खबरे के बाद से मानों घर में मातम सा छा गया. बीमार मां ने एक वीडियो बनाया, जिसमें उन्होंने बेटे को आतंक के रास्ते से लौट आने की अपील की. लेकिन आतंकी खुर्शीद अहमद मलिक का ब्रेन वॉश हो चुका था और उसने इस रास्ते को नहीं छोड़ा. नतीजा यह रहा कि आतंकी बनने के महज 48 घंटे के भीतर ही सुरक्षा बलों ने उक्त आतंकी को मार गिराया.

सोशल मीडिया से मिली बेटे के आतंकी बनने की खबर
मोहल्‍ले में रहने वाले एक शख्‍स ने सोशल मीडिया में आई इस खबर के बाबत खुर्शीद के पिता गुलाम  नवी मलिक को दी थी. इस खबर को पढ़ने के कुछ समय बाद ही स्‍थानीय पुलिस स्‍टेशन से गुलाम नवी के पास इस बाबत फोन पहुंच गया था. अपने बेटे के आतंकी बनने की खबर मिलने के बाद न केवल गुलाम नवी बल्कि उनकी पत्‍नी का बुरा हाल हो गया. संवेदना जताने के लिए घर में लोगों के आने का तांता लगने लगा.

प्रतिकात्मक तस्वीर

सोपोर मुठभेड़ में ढेर हुआ आतंकी खुर्शीद!
सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि सोपोर के ड्रुसू गांव में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं. सूचना के आधार पर, सीआरपीएफ की 179 बटालियन, 29 राष्‍ट्रीय राइफल्‍स और जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस की स्‍पेशल ऑपरेशन स्‍क्‍वायड ने उस घर की घेराबंदी कर ली जहां पर आतंकी छिपे हुए थे. सुरक्षाबलों ने आतंकियों को सरेंडर के लिए कहा. जिसके जवाब में आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. जिसके जवाब, में सुरक्षाबलों की तलीबारी कीरफ से भी गो गई. जिसमें तीन आतंकी मारे गए. अभी तक तीनों आतंकियों की पहचान की पुष्टि सुरक्षाबलों द्वारा नहीं की गई है.