रायपुर. रायपुर, इंदौर और भुवनेश्वर समेत देश के 13 हवाई अड्डों के प्राइवेटाइजेशन की खबर है.
सरकार की योजना वित्तीय वर्ष के अंत तक राज्य के स्वामित्व वाले भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा संचालित 13 हवाई अड्डों के निजीकरण की प्रक्रिया को पूरा करने की है.

इन सभी 13 हवाई अड्डों  की पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) पर बोली लगाई जानी है. योजना इस वित्तीय वर्ष के अंत तक इन हवाई अड्डों की बोली को पूरा करने की है.

यह 2019 में निजीकरण के दूसरे चरण की शुरुआत में एक निजी समूह को दिए गए छह हवाई अड्डों के क्रम में हैं. दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद के हवाई अड्डों को निजी ऑपरेटरों को सौंपा जा चुका है.

सात छोटे हवाईअड्डों संग छह बडे़ मिलाए जाएंगे

योजना के मुताबिक सात छोटे हवाई अड्डों को छह बड़े हवाई अड्डों के साथ मिलाने का फैसला किया गया है. इसमें कुशीनगर और गया के साथ वाराणसी, कांगड़ा के साथ अमृतसर, तिरुपति के साथ भुवनेश्वर, औरंगाबाद के साथ रायपुर,  जबलपुर के साथ इंदौर और हुबली के साथ त्रिची शामिल है.

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