हेमंत शर्मा,इंदौर। देशभर में 25 दिसंबर को क्रिसमस बनाया जाएगा. इससे पहले ही सभी जगह तैयारियां शुरू कर दी गई है. इंदौर में मध्य भारत का सबसे पुराना चर्च स्थित है. जिसे ब्रिटिश सरकार में लेफ्टिनेंट जनरल ने 1858 में प्रार्थना के लिए बनवाया था. जिसके बाद चर्च का नाम सेंट अन्नएस चर्च कर दिया गया था. अब इस चर्च को पुरातत्व विभाग ने अपने अंडर में ले लिया है. इस चर्च की देखभाल और पुरातत्व विभाग करता है.

इस चर्च को इंदौर में व्हाइट चर्च के नाम से भी जाना जाता है. चर्च लगभग 165 साल पुराना हो चुका है. इस चर्च को मिट्टी और गोबर से बनाकर तैयार किया गया. चर्च की नीव 1857 में लेफ्टिनेंट जनरल आरएनसी हेमिल्टन ने रखी थी. 1858 में चर्च बनकर तैयार हो गया था. इस चर्च में लगे हुए कांच ब्रिटेन से मंगवाए गए थे. अब यह कांच नहीं मिलते है.

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बता दें कि 25 दिसंबर को क्रिसमस बनाया जाएगा. सबसे पहले सांता का नाम संत निकोलस है. संत निकोलस का जन्म जीसस की मौत के करीब 280 साल बाद एक बहुत ही अमीर परिवार में मायरा में हुआ था. निकोलस ने अपने माता पिता को बचपन में ही खो दिया था. वह बचपन से प्रभु यीशु को बहुत मानते थे. उन्हें जरूरतमंद और बच्चों को गिफ्ट देना बहुत अच्छा लगता है.

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