मनोज यादव, कोरबा. एसईसीएल में नौकरी दिलाने के नाम पर ढाई सौ लोगों से ठगी करने का मामला सामने आया है. आरोपी खुद को पत्रकार बताकर नौकरी लगवाने के नाम से पैसा लिया और उन्हे फर्जी ऑफर लेटर भी दिया. हालांकि, पुलिस ने पीड़तों की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही आरोपी के घर से फर्जी प्रेस आईडी बरामद किया है. पुलिस ने शातिर ठग के कार्यालय को सील कर दिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.

दरअसल, महाराष्ट्र के नागपुर का रहने वाला प्रमोद रावत काफी समय से कोरबा में रहते हुए एमएसके कंपनी का प्रचार कर रहा था और बेरोजगारी दूर करने का फार्मूला बांट रहा था. काफी समय में उसने पब्लिसिटी स्टंट के जरिए बहुत सारे लोगों को जाल में फंसाया. लोगों ने नौकरी पाने के लिए रावत को छोटी और बड़ी रकम दी. काफी समय के बाद लोगों को ठगे जाने का एहसास हुआ.

शिकायतकर्ता सतीश श्रीवास ने बताया कि, उसे अपने दोस्तों से पता चला कि एसईसीएल में नौकरी लगवाने के लिए प्रमोद रावत पैसे लेकर जॉब लगवा रहा है, जो उचित पहुंच रखता है. जिसके बाद उसने उससे सम्पर्क कर पैसे लेने के बाद जॉब लेटर दिया और काम पर जाने को कहा. लेकिन एसईसीएल में काम पर जाने के बाद पीड़ित को पता चला कि उसे फर्जी लेटर थमा दिया गया है. जिसके बाद इस मामले की शिकायत मानिकपुर चौकी में की गई और प्रमोद रावत को पकड़ा गया और पूछताछ की गई तो पता चला कि एक नहीं बल्कि 250 से अधिक लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर पैसा ले चुका है. ऐसे में भेद खुलने के बाद कई पीड़ित सामने आने लगे और पता चला कि फर्जी लेटर देकर कर कई लाख रुपये ठग चुका है. इस घटना के बाद ठगे गए सैकड़ों लोग मानिकपुर चौकी पहुंचे और अपनी बात रखी. मानिकपुर चौकी पुलिस ने जब जांच कार्रवाई शुरू की और मुड़ापार स्थित उसके ऑफिस और सजंय नगर स्थित किराए के मकान पर दबिश दी तो उसके पास कई फर्जी लेटर, फर्जी वर्दी, टोपी कम्यूटर और कई दस्तावेज बरामद किए गए.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि, आरोपी ने कई लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर पैसा की वसूली की है. पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोपी के कब्जे से कम्यूटर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज होने की आशंका जताई जा रही है. साइबर सेल की मदद ली जा रही है.