शब्बीर अहमद,भोपाल/कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव में टिकट के ऐलान के बाद कांग्रेस के अंदर बड़ी बगावत देखने को मिल रही है. टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व पार्षदों ने कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया है. शहर अध्यक्ष कैलाश मिश्रा को पूर्व पार्षद ने सामूहिक इस्तीफा सौंपा हैं. 8 पूर्व पार्षदों ने पार्टी को अलविदा कह दिया है. अब कांग्रेस से इस्तीफा देने वाली नेता आम आदमी पार्टी और निर्दलीय होकर पार्षद का चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने बड़े नेताओं पर टिकटों में बंदरबांट का आरोप लगाया है. 3 दशक से पार्टी से जुड़े रहे, लेकिन आज टिकट काट दिया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने टिकट बेचने का आरोप लगाया है. कार्यकर्ताओं ने कार्यालय पहुंचकर कांग्रेस मुर्दाबाद के नारे लगाए.

इंदौर को ना और भोपाल को हां: बीजेपी ने अपराधियों को दिया टिकट, कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए क्रिमिनल्स को टिकट देने का लगाया आरोप

इधर कांग्रेस पार्टी ने जैसे ही ग्वालियर के पार्षद उम्मीदवारों की सूची जारी की वैसे ही पार्टी में अंतर कलह शुरू हो गई है. शनिवार को पार्टी कार्यालय में जमकर हंगामा देखने को मिला. सैकड़ों की संख्या में इस्तीफे दिए गए. साथ ही पार्टी पर रुपए लेकर पार्षद टिकट बेचने का आरोप लगाया गया. इस दौरान पार्टी जिला अध्यक्ष और कांग्रेस के कार्यकारी ब्लॉक अध्यक्ष के बीच जमकर तीखी बहस भी देखने को मिली.

दरअसल कांग्रेस कार्यालय में यह हंगामा उस वक्त हुआ, जब पार्षद टिकट ना मिलने पर दावेदार और जिलाध्यक्ष के बीच तीखी बहस हुई. शहर के वार्ड 66 से संजय सिंह बघेल पार्टी से पार्षद टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन उनका टिकट न करते हुए पार्टी ने हरेंद्र गुर्जर को टिकिट दिया गया. संजय सिंह बघेल पार्टी में इंदरगंज ब्लॉक के कार्यकारी अध्यक्ष है. बघेल समाज पर मजबूत पकड़ रखते हैं. उनका कहना है कि उन्हें टिकट ना देना पूरे बघेल समाज का अपमान है. इसलिए अब निकाय चुनाव में बघेल समाज कांग्रेस पार्टी का खुलकर विरोध करेगा.

MP TRANSFER BREAKING: पुलिस विभाग में थोक में फेरबदल, 12 एडिशनल SP, 43 DSP और 25 प्रशिक्षु DSP का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट

उन्होंने जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा के चेम्बर में जमकर हंगामा करते हुए पार्टी पर 5 लाख प्रति वार्ड के हिसाब से टिकट बेचने का आरोप भी लगाया है. इसी कड़ी में विरोध दर्ज कराते हुए संजय सिंह सहित आधा सैकड़ा से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. यह ऐलान भी किया की आज शुरुआत के साथ जिले भर में बघेल समाज पार्टी से इस्तीफे देना शुरू करेगा.

Ranji Trophy 2022: दूसरी बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची मप्र की टीम, बंगाल को 174 रनों से हराया, CM और पूर्व CM ने दी बधाई

गौरतलब है कि इस हंगामे के दौरान कांग्रेस कार्यालय में पार्टी मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए गए. इस पूरे मामले पर जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा का कहना है कि 66 वार्डो में कई वार्डो में बघेल समाज के लोगों को पार्टी ने टिकट दिया है. ऐसे में उनके कदाचार को देखते हुए इस्तीफा देने वाले पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का इस्तीफा पार्टी ने मंजूर कर लिया है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus