रेणु अग्रवाल, धार। Madhya Pradesh धार जिले के भोजशाला में तीसरे दिन आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की टीम ने करीब 9 घंटे तक सर्वे किया। याचिकाकर्ता और भोजशाला मुक्ति से जुड़े गोपाल शर्मा और मुस्लिम पक्षकार भी पूरे समय मौजूद रहे। भोजशाला से निकलते समय गोपाल शर्मा ने बताया कि चार जगह खुदाई की गई है। वैज्ञानिक तकनीकी से अंदर सर्वे हो रहा है।
पहले दिन का सर्वे शून्य करने की मांग
मुस्लिम पक्ष ने पहले दिन का सर्वे शून्य करने की मांग की है। आपत्ति यह है कि 2003 के बाद चीज अंदर गई है उनको सर्वे में शामिल न किया जाए। जो चीज दिख रही है उनको दर्ज करें ना कि यहां कुछ और देखें। हम सर्वे के खिलाफ नहीं है हम नए सर्वे के खिलाफ हैं। जो नई चीज दाखिल की है उस पर हमारी आपत्ति है। उन्होंने तीन टीम बनाई है और तीन अलग-अलग स्थान पर काम कर रहे हैं। हमारी उसमें भी आपत्ति है। क्योंकि मैं अकेला व्यक्ति अंदर हूं। ASI एक टीम बनाकर एक जगह काम करें। मैं एक वक्त में तीन जगह कैसे रह पाऊंगा। पहले दिन के सर्वे को शून्य करने के लिए मेल के जरिए आपत्ति दर्ज की है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो हाईकोर्ट की शरण लेंगे।
Dhar Bhojshala Survey: भोजशाला परिसर में ASI का सर्वे शुरू, चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात
कार्बन डेटिंग के माध्यम से की गई जांच
सर्वे के दूसरे दिन शनिवार को भोजशाला परिसर के अंदर और बाहर कार्बन डेटिंग के माध्यम से जांच की गई। वहीं बाहर की ओर खुदाई भी की गई। साथ ही कार्बन डेटिंग के माध्यम से भोजशाला के पिलर और नीव की जांच की गई। भोजशाला के पत्थरों की उम्र को भी जांचा गया।
5 सदस्यीय दल भोजशाला का करेगा सर्वे
आपको बता दें कि 11 मार्च को इंदौर हाईकोर्ट ने संस्था हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की याचिका पर सुनवाई के बाद भोजशाला का वैज्ञानिक सर्वे करने के आदेश जारी किए थे। इसमें 5 सदस्यीय दल भोजशाला का सर्वे करेगा। अलग-अलग बिंदुओं पर यह सर्वे होना है। इसके लिए एएसआई के अपर महानिदेशक ने जारी किया है। इसमें पुलिस और प्रशासन को सर्वे टीम के लिए सुरक्षा प्रदान करने की बात कही है।
इन बिंदुओं पर होना है सर्वे
- भोजशाला के पूरे परिसर का सर्वे और उत्खनन वैज्ञानिक पद्धति से होगा।
- उत्खनन और सर्वे GPS GPR तकनीक के साथ कार्बन डेटिंग व अन्य नई तकनीक से करने का आदेश।
- भोजशाला परिसर की बाउंड्रीवाल से 50 मीटर की दूरी तक सर्वे किया जाएगा।
- ASI के वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी की निगरानी में सर्वे होगा।
- उत्खनन और सर्वे की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
- परिसर के सभी बंद पड़े कमरों, खुले परिसर और सभी खम्बों का विस्तार से सर्वे होगा।
- उत्खनन सर्वे की रिपोर्ट 2 महीने में प्रस्तुत करने के आदेश।
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