अजय शास्त्री/ बेगूसराय। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, राजनीतिक सरगर्मी तेज़ हो गई है। बेगूसराय ज़िले में NDA को मजबूत करने की दिशा में अब जिला परिषद कार्यालय ही तैयारी का केंद्र बन गया है। यहां से कई युवा एवं जनप्रतिनिधि भावी प्रत्याशी के तौर पर अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं। इनमें से कई नेताओं ने यह साफ कर दिया है कि अगर पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती है, तो भी वे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे लेकिन NDA को मज़बूत करने के लिए ही काम करेंगे। इन सभी नेताओं का कहना है कि शीर्ष नेतृत्व से लगातार बातचीत चल रही है और उन्हें उम्मीद है कि पार्टी इस बार नए चेहरों को मौका देगी।

राजनीतिक हलचलें और दावेदारों की रणनीति

बेगूसराय के जिला परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान, उपाध्यक्ष राजीव सिंह, सदस्य नंद लाल राय, अमित देव, राजीव कुंवर (सदस्य प्रतिनिधि) और भाजपा के प्रवक्ता अमित कुमार समेत कई नेता अब से ही चुनावी मोर्चे पर सक्रिय हो गए हैं। सभी का कहना है कि वे जनता के बीच काम कर रहे हैं और आगामी चुनाव में जीत उनकी होगी।

गठबंधन को मज़बूती देंगे

जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आ रहा है, प्रत्याशियों की संख्या और रणनीतियों में बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि, NDA के भीतर यह आत्मविश्वास है कि नए और प्रतिबद्ध चेहरे गठबंधन को मज़बूती देंगे। मगर यह भी सच है कि अगर सभी को संतुष्ट नहीं किया गया, तो विपक्ष इसे एक बड़ा मौका मान कर अपनी रणनीति तेज़ कर सकता है।