चंकी बाजपेयी, इंदौर। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बीजेपी के आपातकाल के अभियान पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि 50 साल पुराना एक गैर राजनीतिक मुद्दा है, जिसे राजनीतिक रूप दिया जा रहा है। वहीं उन्होंने महाराष्ट्र में मातृभाषा और बिहार चुनाव को लेकर भी बयान दिया हैं।

कांग्रेस के दिग्गज नेता व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह एक दिवसीय प्रवास पर इंदौर पहुंचे। एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया पर चर्चा करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आपातकाल के अभियान पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि 50 साल पुराना मुद्दा है, जो कि एक गैर राजनीतिक मुद्दा है, लेकिन उसे राजनीतिक रूप देकर विभाग द्वारा बाकायदा आदेश जारी किए जाता हैं कि इसे 1 साल तक अभियान के रूप में चलाया जाए, जबकि भाजपा की सरकार में मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है। देश में 11 साल में अघोषित आपातकाल है।

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बरसात में घर तोड़ना गलत

दिग्गी के पिछले दिनों सोशल मीडिया पर लिखी गई बात को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिस तरह से आदिवासियों के घर उजड़े जा रहे हैं, तोड़े जा रहे हैं, वह गलत है। जबकि बरसात में किसी भी व्यक्ति का घर तोड़ना गलत है और इसके कई आदेश भी हैं।

महाराष्ट्र हिंदी विवाद पर कही ये बात

दिग्विजय सिंह ने महाराष्ट्र में हिंदी विवाद को लेकर कहा कि मातृभाषा में पढ़ाई करना सभी का मौलिक अधिकार है। बच्चों के परिजन उन्हें जैसे चाहे वैसे पढ़ाई करा सकते हैं। 3 लैंग्वेज का फार्मूला है, उसमें सारी बातें शामिल हो जाती हैं।

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बिहार चुनाव को लेकर ECI पर बड़ा हमला

वहीं बिहार चुनाव को लेकर कहा कि माननीय चुनाव आयोग ने एक नया फॉर्म दिया है, जिनके वोट है उनको भी ये प्रमाणित करना पड़ेगा कि उनके पासपोर्ट है कि नहीं है, अब आप बताइए इंदौर में ऐसे कितने लोग होंगे जिनके पास पासपोर्ट हो, ये इस प्रकार के तुगलकी आदेश ईसीआई (ECI) कर रही है। ये बहुत की खतरनाक है।

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