पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) में गड़बड़ी की समय-समय पर खबरें आती रहती हैं, लेकिन हम आपसे PMGSY की एक ऐसी तस्वीर साझा कर रहे हैं, जो हमेशा के लिए आपके मन-मस्तिष्क में अंकित हो जाएगी.
गरियाबंद जिले में प्रधानमंत्री – जनजाति आदिवासी न्याय महाभियान (PM JANMAN) के तहत बन रही पीएमजीएसवाय सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं. छुरा तहसील के घटकर्रा गांव में 31.63 लाख रुपये की लागत से बनी 700 मीटर लंबी सड़क पहली ही बारिश में उखड़ने लगी है. लेकिन उससे भी बड़ी बात यह है कि बिजली खंभे के इर्द-गिर्द से सड़क बना दी, जो किसी दिन किसी बड़े हादसे की वजह बन सकती है.

ग्रामीणों का विरोध, पर कार्रवाई नहीं
स्थानीय PVTG (विशेष पिछड़ी जनजातीय समूह) ग्रामीणों ने निर्माण की शुरुआत से ही अनियमितताओं की शिकायत की थी. ग्रामीणों ने घटिया सामग्री के उपयोग के साथ बारिश के दौरान डामरीकरण कराने के आरोप लगाया था. विरोध के चलते कुछ दिन काम रुका भी रहा, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने ठेकेदार पर तो कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टे उसे संरक्षण देते हुए कार्य फिर शुरू कर दिया.

सरकार की मंशा और जमीनी हकीकत
PM JANMAN योजना का उद्देश्य विशेष पिछड़ी जनजातियों को सालभर सड़क संपर्क सुविधा देना है. लेकिन गरियाबंद में यह योजना भ्रष्टाचार और लापरवाही की शिकार होती नजर आ रही है, जिससे आदिवासी अंचलों के विकास का सपना अधूरा रह सकता है.

विभाग की सफाई और सवाल
PMGSY एसडीओ विनय गिदवानी ने कहा कि बारिश के पहले बीटी कार्य करना था, उससे पहले ही पोल शिफ्टिंग का बिजली विभाग को डिमांड भेजा गया है. मंजूरी मिलते ही पूल हटा दिया जाएगा. सड़क के कार्नर में है. हादसा न हो इसलिए पोल में रेडियम भी चिपकाया गया है.
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