मनोज यादव, कोरबा। चलती या खड़ी मालगाड़ी में चढ़कर कोयले की चोरी करने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा. चंद रूपए के लालच में जान जोखिम में डालने वालों की करतूत को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा. पुलिस नहीं अब खुद आरपीएफ की टीम कोयला चोरी में संलिप्त लोगों का खाका तैयार कर उनपर कार्रवाई करने की कवायद में जुट गई है. ऐसे ही एक मामले में रेलवे पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है.

आपने गुण्डे फिल्म में दो एक्टरों को कोयले की चोरी कर काले हीरे की दुनिया में साम्राज्य स्थापित करते जरूर देखा होगा. लेकिन उनका भी अंजाम एक समय के बाद वही होता है जो होना चाहिए. दोनों पुलिस के गिरफ्त में पहुंच जाते है. इसी तरह कोयला चोरी कर मुनाफा कमाने वाले दो गुण्डो को कोरबा रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जी हां आरपीएफ की गिरफ्त में खड़ी ये महिलाएं ही कोरबा में कोयला चोरी के मामले में गुण्डे का किरदार निभा रही है. मोतीसागर पारा में रहने वाली ये दोनो महिलाएं अपनी जान जोखिम में डाल मालगाड़ी के उपर चढ़ती  और बोगी से कोयला नीचे गिरती थी फिर कोयले को बेचती थी. इनके इस काम में कमाई तो कम था मगर रिस्क ज्यादा था.

आरपीएफ प्रभारी रामेश राठौर का कहना है कि कोरबा रेलवे पुलिस को पिछले कई महीनों से इनकी तलाश थी. ये दोनों महिलाएं फोकटपारा के समीप रेलवे ट्रेक पर जब भी मालगाड़ी खड़ी होती थी तो बगैर किसी भय के सरेआम कोयला चोरी करती थी. कई बार आरपीएफ की टीम ने इन्हे पकड़ने का प्रयास भी किया मगर हर बार ये महिलाएं पुलिस की चंगुल से बच जाती थी. इस बार बिलासपुर से आई आरपीएफ की महिला सिपाहियों ने कोई गलती नहीं की. दबिश देकर दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया.

बता दें कि काफी अरसे बाद आरपीएफ की टीम के तेवर बदले हैं. कई बार समझाइस देने, जागरूक करने के बाद जब कोयला चोर अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तो पुलिस को ये कदम उठाना पड़ा. आरपीएफ पुलिस को यह कदम उठाना भी जरुरी थी. क्योंकि ऐसे घटनाओं का अंजाम देते समय जान का सबसे ज्यादा खतरा रहता है. कई बार देखा गया है कि कोयला चोरी करते हुए लोग हाईवोल्टेज तार की चपेट में आने से मौत को भी गले गला चुके हैं.