रायपुर। कल लल्लूराम ने अपने दिव्यांग बेटे के एडमिशन के लिए भटकती माँ विभा देवी की खबर दिखाई थी, जिसका बड़ा असर आज देखने को मिला. आज खुद माना स्कूल प्रबंधन की टीम बच्चे के घर पहुंची, और उसे एडमिशन के लिए लेकर गयी.
ये खबर खुद हमें विभा देवी ने फ़ोन करके बताया कि कैसे दोपहर को खुद स्कूल प्रबंधन की टीम उसके घर आई और आनन-फानन में बच्चे को लेकर गयी है.
आपको बता दें कि खबर के सोशल मीडिया में जाने के बाद माना स्कूल प्रबंधन ये दलील दे रहा था कि बच्चे को एडमिशन दिया जा चुका है. लेकिन सवाल उठता है कि अगर एडमिशन दिया जा चुका था, तो महिला को इसकी सूचना क्यों नहीं दी गई. यहां तक की समाज कल्याण विभाग ने भी स्कूल प्रबंधन को चिट्ठी लिखकर एडमिशन देने की बात कही थी, उन्हें भी एडमिशन देने के बाद कोई लिखित सूचना नहीं दी गयी थी. इसकी भी कोई सूचना महिला को नहीं दी गयी थी.
खैर, वो कहते हैं ना कि देर आये, दुरुस्त आये
कहा जा सकता है कि माँ की मेहनत रंग लाई, और अब राज उस जगह पर है, जहाँ उसकी सही देखभाल हो पाएगी..