यशवंत साहू,दुर्ग। नगर निगम दुर्ग में 10 करोड़ रुपए की हेराफेरी की गई है. निगम अधिकारियों को करोड़ों रुपए का हिसाब नहीं मिल रहा है. वित्तीय वर्ष 2019-20 में राजस्व आय करीब 27 करोड़ दर्शाया गया, लेकिन इस आय से 10 करोड़ अधिक खर्च बताया गया. यानी व्यय 37 करोड़ का हुआ है. इसे लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री डाॅ. शिव डहरिया ने निगम प्रशासन को स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए. जिसके बाद निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने प्रभारी लेखाधिकारी राजकमल बोरकर को नोटिस जारी किया है. उनसे तीन दिनों के भीतर स्थिति स्पष्ट करने कहा है.
मंत्री ने पिछले दिनों की थी समीक्षा
दरअसल पिछले साल नगर निगम की आय बेहद कमजोर थी. इस वजह से कर्मचारियों को वेतन, जीपीएफ और ब्लीचिंग पाउडर सहित अन्य जरुरी कार्यों पर अन्य मद से भुगतान किया गया, जो 37 करोड़ पहुंच गया. इसकी समीक्षा नगरीय निकाय मंत्री डाॅ. शिव डहरिया ने पिछले दिनों की थी. जिसमें यह तथ्य उभरे. मंत्री ने मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
नोटिस जारी कर मांगा जवाब
इस मामले में निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने बताया कि आय से 10 करोड़ अधिक व्यय के प्रभारी लेखाधिकारी को नोटिस जारी किया गया है. उनसे तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है. उन्होंने बताया कि मद परिवर्तन से यह स्थिति निर्मित होने की संभावना है.
अधिकारी-कर्मचारियों को पड़े वेतन के लाले
कोरोना काल में नगर निगम दुर्ग की आर्थिक स्थिति बेहद दयनीय है. कर्मचारियों को वेतन देने निगम असहाय नजर आ रहा है. मुश्किल से तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों को मई महीने का वेतन भुगतान किया गया है. नियमित 323 अधिकारी-कर्मचारी वेतन की आस में बैठे हुए हैं.
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