रायपुर। छत्तीसगढ़ की सियासत में एक और डायरी की एंट्री हो गई है, जिससे प्रदेश की राजनीति में सियासी भूचाल आ गया है. बीजेपी लगातार सरकार और संबंधित मंत्री पर हमलावर है. यहां तक की मंत्री से इस्तीफे की मांग भी की गई है. इधर डिप्टी डायरेक्टर आशुतोष चावरे ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है. बताया जा रहा है कि डायरी में करोड़ों के लेने देने का जिक्र है, जिसमें हजारों शिक्षक, सहायक शिक्षकों और व्याख्याताओं के नाम हैं. ऐसे में अब प्रदेश में बवाल मचा हुआ. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह ने इस पूरे मामले में सीएम बघेल से बातचीत कर जांच की मांग की है.
स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह ने कथित डायरी पर कहा कि वे मुख्यमंत्री से जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों से मालूम हुआ है. फर्जी डायरी बनी है, जिनके नाम से शिकायत हुई है, वो खुद बोल रहे हैं, मैंने शिकायत नहीं की है. थाने में बयान दिया है, तो अपने आप केस खत्म हो जाता है, लेकिन इसमें राज्य सरकार को बदनाम करने की कोशिश की गई है. इसलिए इसकी जांच हो जाए.
उन्होंने कहा कि 2018 के चुनाव में भी फर्जी दस्तखत करके कहा था कि हम कर्ज़ माफी नहीं करेंगे. सरकार को बदनाम करने की कोशिश की गई है. ये भाजपा की फितरत में रहता है. ये भाजपा द्वारा बनाया हुआ है. सरकार को बदनाम करने की साज़िश की गई है. हमने इसकी जांच की मांग की है. जब जांच होगी, जो सही होगा वो सामने आ जाएगा. कहीं कोई लेन देन नहीं हुआ है.
इस मामले में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर कहा कि 5 विधायकों ने जो आरोप शिक्षा मंत्री पर लगाये थे, वह सत्य साबित हो रहे हैं. शिक्षा विभाग में ट्रांसफर, पोस्टिंग, गुणवत्ताहीन फर्नीचर और बर्तन की सप्लाई को लेकर लगातार शिकायतें आ रही थीं. इसमें भारी भ्रष्टाचार की गूंज दूर-दूर तक सुनाई दे रही थी. 336 और 69 पेज की कथित डायरी ने यह सिद्ध कर दिया है कि कांग्रेस की सरकार छोटे-मोटे भ्रष्टाचारों पर विश्वास नहीं रखती है.
कौशिक ने कहा कि 366 करोड़ का लेने-देन तो सिर्फ एक अधिकारी के डायरी में है. ऐसी कई डायरियां अभी सामने आने वाली हैं. शीघ्र ही इसे सबके माध्यम से सामने लाया जाएगा. उन्होंने कहा कि अभूतपूर्व भ्रष्टाचार का यह अद्वित्तीय नमूना है, जिसमें प्रदेश के भोले-भाले शिक्षकों से भारी राशि अवैध रूप से ली गई. डायरी में बड़े सिलसिलेवार तरीके से एक-एक व्यक्ति जिससे राशि ली गई. जिसे दी गई है, इसका विवरण बताता है कि कांग्रेस सरकार कितनी भ्रष्ट है. नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि अरबों रूपये के इस कथित लेन-देन में लिप्त अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए.
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