भोपाल। देश के सबसे साफ शहरों की लिस्ट में इंदौर शहर टॉप पर बरकरार है. वहीं अब इंदौर में कचरे से बायो सीएनजी बनाने का प्लांट स्थापित किया गया है. इस प्लांट का लोकार्पण शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करने वाले हैं, लेकिन उससे पहले MP में सियासी पारा हाई है. विभागीय मंत्री ने कार्यक्रम से किनारा कर लिया है.

दरअसल, एशिया के सबसे बड़े सीएनजी गोबर प्लांट लोकार्पण के आमंत्रण-पत्र से मंत्री भूपेंद्र सिंह का नाम गायब है. ऐसे में अब मंत्री नाराज दिख रहे हैं. नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि मां अहिल्या की पावन नगरी #इंदौर में एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी गोबर धन प्लांट लोकार्पण अवसर पर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री @narendramodi जी का आत्मीय स्वागत और अभिनदंन.

स्वास्थ्यगत कारणों से मैं कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पा रहा हूं. इस उपलब्धि के लिए माननीय मुख्यमंत्री @ChouhanShivraj जी आपको हार्दिक बधाई एवं आभार… माननीय मुख्यमंत्री जी आपके नेतृत्व में मप्र विकास के और नए आयाम गढ़ेगा. मेरी शुभकामनाएं…

शिवराज कैबिनेट में मुख्यमंत्री के भूपेंद्र सिंह सबसे करीबी हैं. मप्र सरकार की ओर से ओबीसी आरक्षण का मामला भूपेंद्र सिंह हैंडल कर रहे हैं. भूपेंद्र सिंह बीजेपी ओबीसी वर्ग का अहम चेहरा हैं, लेकिन अचानक उनके ही कार्यक्रम में उनका नाम शामिल नहीं करना कई सवालों को पैदा रहा है.

पीएम मोदी करेंगे प्लांट का लोकार्पण
इंदौर में यह सीएनजी प्लांट देवगुराड़िया ट्रेंचिंग ग्राउंड में स्थापित किया गया है. यह संयंत्र प्रधानमंत्री की वेस्ट-टू-वेल्थ की अवधारणा को साकार करने और स्वच्छता के क्षेत्र में नवाचार के उद्देश्य से स्थापित किया गया है. यहां गीले कचरे के निपटान के लिए 550 मीट्रिक टन प्रतिदिन निपटान हेागा. यह प्लांट पूरे एशिया महाद्वीप में जैविक अपशिष्ट से बायो सी.एन.जी का सबसे बड़ा और देश का पहला प्लांट है. इस बायो सी.एन.जी. प्लांट का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कार्यक्रम में शामिल होंगे.

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