मोसीम तड़वी,बुरहानपुर। बुरहानपुर जिले में मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत ग्राम पंचायत एमागिर्द है. यहां के पूर्व सरपंच रहे अजहर उल हक उर्फ अज्जु भाई ने अपनी सियासी सूझबूझ, संबंध और लोकप्रियता का लोहा मनवा लिया. एमपी की सबसे बड़ी पंचायत पर बीजेपी समर्थित सरंपच प्रत्याशी की जीत हुई है. ग्राम पंचायत एमागिर्द से अब्दुल शाहिद सरपंच बने हैं.

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ग्राम पंचायत एमागिर्द से सरपंच प्रत्याशी अब्दुल शाहिद को ऐतिहासिक जीत मिली है. यहां 14 पंच भी चुने गए हैं. नवनिर्वाचित सरपंच अब्दुल शाहिद पिछले 20 साल से बीजेपी नेता अजहर उल हक के काफी करीबी और चहेते रहे है. अजहर उल हक ने अपनी अल्पसंख्यक मोर्चे की कार्यकारिणी में अब्दुल शाहिद को मंडल अध्यक्ष की भी जवाबदारी दे रखी है.

जनपद सदस्य के रूप में खुद अजरह उल हक अज्जु भाई का एमागिर्द क्षेत्र से निर्वाचन हुआ है. मप्र की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत होने के चलते बीजेपी कांग्रेस दोनों दलों की इस पंचायत की सत्ता पर नजर रहती है. पंचायत चुनाव में इस पंचायत में पूर्व पीसीसी चीफ अरूण यादव खूद प्रचार करने पहुंचे थे. इस क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य के रूप में डॉ फरीद काजी ने भी ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. हालांकि डॉ. फरीद काजी कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी थे, लेकिन डॉ फरीद काजी भी अजहर उल हक यानी अज्जु भाई के काफी करीबी है.  

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बीजेपी संगठन ने मप्र की इस सबसे बड़ी पंचायत में जीत के लिए कोई ध्यान नहीं दिया, लेकिन अजहर उल हक अज्जु भाई की टीम और पैनल ने दिन रात मेहनत मशक्कत अपने सकारात्मक रिलेशन के चलते यह ऐतिहासिक जीत हासिल की है. जिला पंचायत सदस्य से लेकर जनपद सदस्य तक या सरपंच से लेकर अधिकत 14 पंच तक ग्राम पंचायत एमागिर्द में बीजेपी समर्थित है.

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