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पंकज सिंह भदौरिया, दंतेवाड़ा. नक्सलियों द्वारा अपने ही पुराने साथी को मौत के घाट उतारने का मामला सामने आया है. नक्सलियों ने अपने जिस पुराने साथी की हत्या की है. वह पूर्व में नक्सली था और आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने की कोशिश कर रहा था. इसकी हत्या तब की गई जब वह दन्तेवाड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत मुसकेल गांव में करसाड का मेला देखने गया हुआ था. मरने वाले पूर्व नक्सली का नाम बामन मरकाम है.
मेला देखने गये पूर्व नक्सली को उतारा मौत के घाट
बताया जा रहा है कि दन्तेवाड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत मुसकेल गांव में करसाड का मेला लगा हुआ था. वहीं बामन मरकाम भी मेला देखने पहुंचा था. तभी मेले में 20-25 नक्सलियों ने धावा बोल दिया. पहले इन नक्सलियों ने बामन मरकाम को बंधक बनाया और उसके बाद धारदार हथियार से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी.
मौके के लिए की गई फोर्स रवाना
घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है. वहीं घटना की खबर मिलते ही घटना स्थल की तरफ फोर्स की पार्टी भी दन्तेवाड़ा से रवाना कर दी गई है.
सहायक आरक्षक पद से बर्खास्त था पूर्व नक्सली
ग्रामीणों ने बताया कि बामन मरकाम पहले सहायक आरक्षक के पद था.बामन आत्मसमर्पण करके पुलिस के खेमे में पहुंचा था. जहां बावन DRG में शामिल होकर नक्सलियों के खिलाफ काम कर रहा था, लेकिन इसी बीच सेवा में लापरवाही के चलते बामन को 15 जनवरी 2018 को बर्खास्त कर दिया गया था. उसके बाद ही बामन नक्सलियों की हिट लिस्ट में था.
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली की सुरक्षा में हुई चूक
वहीं इस मामले में एक बार फिर यह बात सामने आ रही है कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई थी. जिसका खामियाजा इस आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली को अपनी जान गवांकर उठाना पड़ा.