कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में यूरिया सप्लाई में हुई गड़बड़ी के मामले में 3 लोगों के खिलाफ कृषि विभाग ने FIR दर्ज कराई गई है। कृभको के मैनेजिंग डायरेक्टर राजेंद्र चौधरी, डीपीएमके ट्रांसपोर्ट कंपनी के मैनेजर द्वारिका गुप्ता, रैक हैंडलर स्टेट मैनेजर जयप्रकाश सिंह के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3, धारा 409, 34 एवं 120-बी के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।

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आज ही सीएम ने दोषियों पर FIR दर्ज कराने के दिए थे निर्देश

जबलपुर में यूरिया 1020 टन यूरिया गायब होने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह ही जबलपुर कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर-एसपी की मीटिंग ली थी। इस दौरान सीएम ने कमिश्नर से कहा कि अब कंपनियों को समझाने से काम नहीं चलेगा। दोषियों पर FIR दर्ज कराएं। सीएम ने सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि इस समय किसानों को
यूरिया खाद की जरूरत है। ऐसे में इस तरह की गड़बड़ी कतई नहीं चलेगी।

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यूरिया वितरण में अनियमितता के मामले में आज कृषि विभाग और विपणन संघ के अधिकारियों ने पाटन तहसील के ग्राम आरछा बेनीखेड़ा स्थित गायत्री वेयर हाउस में दबिश दी थी। जहां से लगभग 80 मीट्रिक टन कृभको श्याम कंपनी का यूरिया मिला था। वहीं मधुर फर्टिलाइजर के खजरी खिरिया स्थित लक्ष्मी वेयर हाउस से करीब 49 मीट्रिक टन यूरिया जब्त किया गया था।

बैठक में जबलपुर संभागायुक्त ने बताया कि यूरिया खाद के आवंटन की जिम्मेदारी कृभको की थी। 25 अगस्त को जबलपुर में 2600 मीट्रिक टन के रैक लगे थे। कृभको को बताया गया था- किस जिले को कितना आवंटन करना है। जबलपुर आयुक्त ने संभाग के जिलेवार आवंटन की जानकारी दी। कृभको निजी परिवहनकर्ताओं द्वारा विभिन्न जिलों में यूरिया की आपूर्ति करता है। 28 से 31 अगस्त के बीच यूरिया परिवहन हुआ था। लेकिन इन्हें जो स्थान बताए गए थे उनके स्थान पर यूरिया निजी स्थानों पर सप्लाई की गई।

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दरअसल, 26 अगस्त को लगभग 2600 टन यूरिया जबलपुर पहुंचा था। ये यूरिया सिवनी, मंडला, डिंडोरी और दमोह की सहकारी समितियों को आंवटित करना था। लेकिन कई टन यूरिया गायब हो गया। करीब तीन करोड़ रुपए से अधिक का यूरिया सोसायटियों तक नहीं पहुंचा। यूरिया को सरकारी समितियों की जगह प्राइवेट फर्म को पहुंचा दिया गया।

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बिशप के यहां छापा, 48 बैंक खाते सीज

इधर, जबलपुर में बिशप पीसी सिंह के यहां ईओडब्ल्यू की छापामार कार्रवाई में कई खुलासे हो रहे हैं। अब स्कूलों के खातों की जानकारी मांगी गई। अभी तक 48 बैंक खातों को सीज किया गया है। बैंकों से सभी खातों के स्टेटमेंट मांगे गए है। साथ ही घर से जब्त नकदी और जेवरों को आयकर विभाग के हवाले कर दिया गया है।

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