रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार आईएएस समीर विश्नोई और अन्य के विरुद्ध राज्य शासन ने निलंबन की कार्रवाई नहीं की है. नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने एक्शन नहीं लिए जाने पर आश्चर्य व्यक्त किया है. सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विश्नोई को पहले 14 दिन की ईडी रिमांड और अब पिर 14 दिन की जेल अभिरक्षा मिलने के बाद भी राज्य शासन का निलंबन आदेश जारी नहीं करना आखिर क्या प्रदर्शित कर रहा है?

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि शासन आखिर किस मजबूरी में इनका निलंबन नहीं कर पा रहा है? सरकार की इनसे क्या साठगांठ है ? अधिकारियों के घर से नकद राशि बरामद हो गई, किलो के भाव में सोना मिल गया. तथ्यों के प्रकाश में मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत आरोपियों को जमानत नहीं दे रही है. इसके बावजूद भी इनका निलंबन नहीं होना यह साफ संकेत दे रहा है कि सरकार की इन आरोपियों से साठगांठ है. इन्हें और बाकी जिन से भी पूछताछ हुई है, सभी को तुरंत प्रभाव से निलंबित और पद मुक्त किया जाना चाहिए.

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भूपेश बघेल सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा है कि वैसे भी यह स्पष्ट नियम है कि शासन का कोई अधिकारी अगर 24 घंटे से ज्यादा जेल में रहता है तो वह स्वतः निलंबित माना जाता है, लेकिन कई दिन जेल में रहने के बाद भी सरकार ने निलंबन का आदेश जारी नहीं किया यह अपने आप में एक बड़ा आश्चर्य है.

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