मनोज यादव, कोरबा। कोरबा के तहसील कार्यालय में उस वक्त माहौल गर्म हो गया, जब अधिवक्ताओं ने अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए तहसील परिसर में ही धरने पर बैठ गए. वकीलों ने अधिकारियों पर उनकी टेबल-कुर्सी को फेंकने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करते हुए अपने गुस्से का इजहार किया.

कोरबा के तहसील कार्यालय में बुधवार को अलग ही नजारा था. परिसर में अपने-अपने टेबलों पर व्यस्त नजर आने वाले अधिवक्ता कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ नजर आ रहे थे. अधिवक्ताओं का कहना है कि वे पिछले ढाई दशकों से परिसर पर ही अपनी बैठक व्यवस्था बनाकर रखे हुए है. उनके बैठने की व्यवस्था को लेकर एसडीएम से बातचीत भी हुई थी. उसके बाद उनके कुर्सी-टेबल को फेंक देना बाबुओं की मनमानी है. अधिवक्ताओं ने बाबुओं पर परिसर से हटाने का प्रयास करने का आरोप लगाया.

अधिवक्ताओं के प्रदर्शन पर तहसीलदार मुकेश देवांगन ने बताया,कि वकीलों के लिए तहसील कार्यालय के बाहर बैठने की व्यवस्था बनाई गई है, लेकिन वे वहां बैठने के बजाए परिसर पर ही अपना कब्जा जमाए हुए हैं. इससे आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अधिवक्ताओं को कई बार समझाया गया, लेकिन वे नहीं माने. इसी वजह से उन्हें उनके बैठने के स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है. अधिवक्ताओं के प्रदर्शन के मद्देनजर मौके पर रामपुर चौकी प्रभारी अनिल पटेल अपनी टीम के साथ मौजूद हैं.

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